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भारतीय मूल के बॉबी जिंदल लड़ेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव

भारतीय मूल के बॉबी जिंदल लड़ेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव वाशिंगटन: अमेरिका के ल्यूसियाना प्रांत के भारतीय मूल के गवर्नर बॉबी जिंदल महीनों से चली आ रही अटकलों पर विराम लगाते हुए कल न्यू ओर्लियांस में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारों को लेकर ऐलान कर सकते हैं। उम्मीदवार बनने की स्थिति में वह व्हाइट हाउस की दौड़ में शामिल होने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति होंगे।

जिंदल उम्मीदवारी का ऐलान करने के बाद रिपब्लिकन की ओर से राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने के 12वें दावेदार हो जाएंगे। इन 12 लोगों में रिपब्लिकन के दिग्गज नेता जेब बुश और रिकी पेरी शामिल हैं।

भारतीय मूल के जिंदल के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को लेकर अपनी दावेदारी का ऐतिहासिक करने की संभावना है, लेकिन इसको लेकर भारतीय समुदाय के बीच ज्यादा उत्साह नहीं है क्योंकि जिंदल ने हाल के दिनों में कुछ ऐसे बयान में जिनमें उन्होंने भारतीय-अमेरिकी की पहचान से दूरी बनाने का प्रयास किया। जिंदल ने कल ‘फैडरलिस्ट रेडियो आवर’ पर अपने विचार व्यक्ति किए संघीय गणराज्य को लेकर अपनी राय दी।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ‘हमें लिंग, नस्ल, भूगोल और धर्म के आधार पर बांटने का प्रयास करते आ रहे हैं।’ जिंदल ने इस बात पर जोर दिया, हम अब बिल्कुल भी विभाजित अमेरिकी नहीं हैं। हम अफ्रीकी-अमेरिकी, एशियाई-अमेरिकी, भारतीय अमेरिकी अथवा अमीर या गरीबी अमेरिकी नहीं हैं।

ऑक्सफोर्ड से स्नातक जिंदल ने रिपब्लिकन से आग्रह किया कि वे विभाजन को खत्म करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पद को लेकर प्रतिस्पर्धा ‘पूरी तरह से खुली’ है। चार्ल्सटन में एक श्वेत बंदूकधारी द्वारा नौ लोगों की हत्या किए जाने घटना की पृष्ठभूमि में दक्षिणी कैरोलिना की गवर्नर निकी हेले और सीनेटर टिम स्कॉट के साझा नेतृत्व का बखान किया।

जिंदल ने कहा, हमारे राष्ट्रपति सस्ती राजनीतिक लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास करते हुए किस विषमता के साथ आगे जा रहे हैं। ओबामा इस मौके पर मरहम लगाने की बजाय इसे राजनीतिक रूप देने का प्रयास कर रहे थे। कभी रिपब्लिकन के उदयीमान सितारे के तौर पर देखे जाने वाले 44 वर्षीय जिंदल की चमक साल 2009 में उस वक्त फीकी पड़ गई जब वह राष्ट्रपति बराक ओबामा के ‘स्टेट ऑफ यूनियन ऐड्रेस’ का माकूल जवाब देने में नाकाम रहे।

बीते दो वषरें में उन्होंने लोगों के बीच अपनी उपस्थिति को लेकर खासा ध्यान दिया है और इस दौरान कुछ प्रभावशाली भाषण भी दिए हैं। अपने प्रांत ल्यूसियाना में जिंदल काफी लोकप्रिय हैं। वह इस प्रांत में करीब सात साल से शासन कर रहे हैं।

न्यू ओर्लियांस में उनके संबोधन स्थल के सभी टिकट लिए जा चुके हैं ओबामा के धुर आचोलक जिंदल ने इस साल की शुरुआत में पीटीआई से बातचीत में भारत के रिश्तों में सुधार की पैरवी की थी। जिंदल के माता-पिता भारत से अमेरिका आए थे। वह शक्तिशाली ‘रिपब्लिकन गवनर्स एसोसिएसन’ के उपाध्यक्ष भी हैं। रिपब्लिकन की ओर से राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने के दावेदारों में जिंदल की लोकप्रियता काफी कम है।

रिपब्लिकन की ओर से फ्लोरिडा के पूर्व गवर्नर जेब बुश, बाल चिकित्सा न्यूरोसर्जन बेन कार्सन, टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज, पूर्व सीईओ (एचपी) कार्नी फियोरिना, दक्षिण कैरोलिना के सीनेटर लिंडसे ग्राहम, आरकांसस के पूर्व गवर्नर माइक हकाबी, न्यूयॉर्क के पूर्व गर्वनर जॉर्ज पटाकी और केंटकी के सीनेटर रैंड पॉल ने राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने की दावेदारी पेश की है।
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