रैली से पहले किसानों से मिले राहुल गांधी, सुने दुख-दर्द

रैली से पहले किसानों से मिले राहुल गांधी, सुने दुख-दर्द नई दिल्ली: छुट्टी से वापस लौटने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को किसानों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। किसान राहुल गांधी से मिलने उनके घर पहुंचे। राहुल गांधी ने काफी देर तक किसानों से मुलाकात की और उनके दुख-दर्द सुने। ये मुलाक़ात रविवार को दिल्ली में होनी वाली कांग्रेस की किसान रैली के मद्देनज़र हुई।

कांग्रेस ने रविवार को ज़मीन अधिग्रहण बिल के ख़िलाफ़ दिल्ली के रामलीली मैदान में किसान रैली का आयोजन किया है। किसान रैली को राहुल गांधी की रीलॉन्चिंग के तौर पर भी देखा जा रहा है। राहुल गांधी करीब दो महीने तक छुट्टी पर थे और इस दौरान उन्होंने बजट सत्र में भी हिस्सा नहीं लिया था, जिसके चलते वो लगातार विपक्ष के निशाने पर थे।पार्टी की इस किसान रैली को राहुल को फिर से नेतृत्वकारी भूमिका में पेश करने के उपाय के रूप में देखा जा रहा है, जिन्हें एक परिपक्व नेता बताया जा रहा है, जो लोकसभा चुनावों में भारी पराजय से पस्त हुई पार्टी को मजबूत बनाएंगे।

रविवार को आयोजित होने वाली 'किसान खेत मजदूर' रैली के जरिए कांग्रेस ने मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करने की योजना बनाई है। खबरों के अनुसार रैली के अलावा राहुल गांधी 20 अप्रैल से शुरू हो रहे बजट सत्र के दूसरे हिस्से में लोकसभा में भी अपनी बात रखेंगे और सरकार पर भी हमले बोलेंगे।

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी पुत्री प्रियंका गांधी शुक्रवार को फिर राहुल से मिलने गईं और तकरीबन दो घंटे वहां रहीं। प्रियंका ने छुट्टियों के बाद लौटे राहुल का स्वागत किया था। रविवार की रैली राहुल के छुट्टियों से लौटने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष का पहला प्रमुख सार्वजनिक कार्यक्रम है। पार्टी ने इस रैली के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

राहुल, जिन्हें रविवार को कांग्रेस रैली को संबोधित करना है, ने इसी मुद्दे पर पार्टी नेताओं के साथ हुई एक अहम बैठक में शिरकत नहीं की। पार्टी प्रवक्ता आनंद शर्मा ने बताया कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष को इस बैठक में आना भी नहीं था, क्योंकि इसका आयोजन पार्टी के एक महासचिव ने रैली के बंदोबस्त का जायजा लेने के लिए किया था।
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