वीके सिंह सरकार से निराश हैं तो मंत्रिपद छोड़ दें: मनीष तिवारी
जनता जनार्दन डेस्क ,
Mar 24, 2015, 13:18 pm IST
Keywords: Pakistan Pakistan Day Union Foreign Minister VK Singh Congress leader Manish Tiwari India Former Chief Minister Omar Abdullah Mirwaiz Umar Farooq Syed Ali Shah Geelani Yasin Malik All Parties Hurriyat Conference पाकिस्तान पाकिस्तान दिवस केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वी.के. सिंह कांग्रेस नेता मनीष तिवारी भारत सरकार पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मीरवाइज उमर फारूक सैयद अली शाह गिलानी यासीन मलिक ऑल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस
नई दिल्ली: केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह के सोमवार रात पाकिस्तानी उच्चायोग में आयोजित पाकिस्तान राष्ट्रीय दिवस समारोह में शिरकत करने के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व में अन्य मंत्रियों ने ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होने से इनकार किया था।
गौर हो कि पाक उच्चायोग में पाक दिवस कार्यक्रम में सरकार का प्रतिनिधित्व करने के कुछ देर बाद विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कई ट्वीट कर अपनी ‘नाराजगी’ जताई और ‘कर्तव्य’ की दुहाई देते हुए संकेत दिया कि वह इसके लिए भेजे जाने को लेकर नाखुश हो सकते हैं। जबकि पाक दिवस कार्यक्रम दिवस में हुर्रियत समेत अन्य अलगाववादी नेताओं को निमंत्रण भेजे जाने के बाद पहले ही घमासान मचा हुआ है। इस मामले में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने आड़े हाथ लेते हुए मंगलवार को ट्वीट किया कि यदि वीके सिंह अपनी ही सरकार के पाकिस्तान को लेकर दोहरे मापदंड से इतने निराश हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।उधर, तिवारी के इस ट्वीट पर जवाबी हमला बोलते हुए बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा कि मीडिया और कांग्रेस क्यों चाह रही है कि जनरल सिंह अपना मंत्रिपद छोड़ दें? इससे पहले, सोमवार रात पूर्व सेना प्रमुख ने इस मामले में अपनी नाखुशी जताने के बाद अपने पांच ट्वीट में कहा कि ‘नैतिक भावना, सिद्धांतों का अपमान करने के लिए।’ इसके ठीक बाद दूसरे ट्वीट में कहा गया, ‘खीझने के लिए या नफरत से भरने के लिए।’ तीसरे ट्वीट में कहा गया, ‘एक काम या सेवा आवंटित किया गया। जबकि चौथे में कहा गया, ‘एक ताकत जो एक व्यक्ति को नौतिक या कानूनी रूप से उसके दायित्वों से बांधती है। वहीं, आखिरी ट्वीट में कहा गया, ‘एक काम या कार्य जो एक व्यक्ति नैतिक या कानूनी कारणों से करने को बाध्य है।’ इससे पहले, कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सिंह ने रात में संवाददताओं को बताया कि उन्हें सरकार ने कार्यक्रम में उसका प्रतिनिधित्व करने को कहा था। उन्होंने कार्यक्रम में अपनी मौजूदगी के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत सरकार को एक राज्य मंत्री को भेजना होता है। उन्होंने मुझे भेजा और मैं वहां गया और वापस आया। यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें कार्यक्रम में शरीक होने को कहा था, उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने मुझे वहां जाने को कहा। पूर्व सेनाध्यक्ष सिंह ने इस समारोह में हिस्सा लिया जहां विभिन्न कश्मीरी अलगाववादियों जैसे मीरवाइज उमर फारूक, सैयद अली शाह गिलानी और यासीन मलिक ने भी हिस्सा लिया। सूत्रों ने आज रात बताया कि प्रधामनंत्री से मंजूरी मिलने के बाद सिंह को कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘यह उम्मीद करना कितना हास्यास्पाद है कि जनरल वीके सिंह पाक राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में शरीक नहीं होंगे। विदेश राज्य मंत्री होने के नाते यह उनका काम है। पाकिस्तान दिवस एक सालाना कूटनीति कार्यक्रम है लेकिन अलगाववादी नेताओं की मौजूदगी के बाद खासा विवाद पैदा हो गया। |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|
सप्ताह की सबसे चर्चित खबर / लेख
|