'वन मैन आर्मी' थे दादा साहब फाल्के

'वन मैन आर्मी' थे दादा साहब फाल्के नई दिल्ली: हिंदी सिनेजगत में दादा साहब फाल्के का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। पहली भारतीय मूक फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' के निर्माता, निर्देशक, कथाकार, सेट डिजाइनर, ड्रेस डिजाइनर, वितरक व संपादक, सब कुछ वही थे।

कहा जा सकता है कि वह 'वन मैन आर्मी' थे। उनकी लोकप्रियता इसी बात से साबित हो जाती है कि बॉलीवुड फिल्मों में विशेष योगदान देने वालों को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से ही नवाजा जाता है।

30 अप्रैल, 1870 को नासिक के पास त्र्यंबकेश्वर में जन्मे धुंडीराज फाल्के की आज सोमवार 71वीं पुण्यतिथि है। उनके पिता बहुत विद्वान व्यक्ति थे। धुंडीराज ने बंबई के जे.जे. स्कूल ऑफ आर्ट्स और बड़ौदा के कला भवन से पढ़ाई की।

'भारतीय सिनेमा के जनक' कहे जाने वाले फाल्के ने फोटोग्राफी की। नाटकों में मंच सज्जा की और 1903 में सरकारी नौकरी भी की, जिसे उन्होंने स्वदेशी आंदोलन से प्रेरित होकर छोड़ दिया। पार्टनरशिप में उन्होंने ब्लॉक मेकिंग और फोटोग्राफी का काम भी शुरू किया। 1909 में वह जर्मनी से छपाई की मशीनें भी लाए। इसी पार्टनरशिप के टूटने के बाद आई निराशा के दौर में ही उनका झुकाव सिनेमा की ओर हुआ।

'राजा हरिश्चंद्र' बनाकर फाल्के ने भारतीय सिनेमा की नींव डाली। यह फिल्म 21 अप्रैल, 1913 को रिलीज हुई। इस फिल्म ने भले ही हिंदी सिनेमा की नींव डाली हो, लेकिन इस नींव को पुख्ता करने का काम अभी बाकी था।

'भस्मासुर मोहिनी', 'सत्यवान सावित्री', 'लंका दहन' जैसी फाल्के फिल्म्स कंपनी की बाद की फिल्मों ने यह काम किया। फाल्के 1914 में जब अपनी फिल्में लेकर लंदन गए तो वहां के फिल्मकारों ने न सिर्फ उनके काम को सराहा, बल्कि उन्हें अच्छे पैसे पर अपने लिए फिल्में बनाने का न्यौता भी दिया, जिसे देशप्रेमी फाल्के ने ठुकरा दिया।

लेकिन बाद में अपने भागीदारों से मतभेद हो जाने की वजह से फाल्के रूठ कर बनारस चले गए। कुछ साल बाद वह लौटे और वापस फिल्मों से जुड़े लेकिन तब तक माहौल पूरी तरह बदल चुका था। 1931 में उनकी आखिरी मूक फिल्म 'सेतु बंधन' आई।

इसी साल आर्देशिर एम. ईरानी ने भारत की पहली बोलती फिल्म 'आलम आरा' रिलीज की। फाल्के ने 1934 में कोल्हापुर सिनेटोन के लिए अपनी पहली और अंतिम बोलती फिल्म 'गंगावतरण' बनाई। सत्तर की उम्र तक आते-आते उनकी तबीयत नासाज रहने लगी।

16 फरवरी, 1944 को नासिक में उन्होंने गुमनामी के अंधेरे में आखिरी सांस ली। 1969 में भारत सरकार ने उनके योगदान को देखते हुए उनके नाम से हर साल भारतीय सिनेमा से जुड़ी किसी एक हस्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार देना शुरू किया। यह पुरस्कार भारतीय फिल्मोद्योग का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है।

दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेताओं के नाम :

1- 1969 देविका रानी (अभिनेत्री)
2- 1970 बी.एन.सरकार (फिल्म निर्माता)
3- 1971 पृथ्वीराज कपूर (अभिनेता- मरणोपरांत)
4- 1972 पंकज मलिक (फिल्म संगीतकार)
5- 1973 रूबी मेयर्स/सुलोचना (अभिनेत्री)
6- 1974 बोमिरेद्दी नरसिम्हा रेड्डी (फिल्म निर्देशक)
7- 1975 धीरेन्द्र नाथ गांगुली (अभिनेता, फिल्म निर्देशक)
8- 1976 कानन देवी (अभिनेत्री)
9- 1977 नितिन बोस (फिल्म छायाकार, निर्देशक, पटकथा लेखक)
10- 1978 रायचंद बोरल (संगीतकार, फिल्म निर्देशक)
11- 1979 सोहराब मोदी (अभिनेता, फिल्म निर्माता-निर्देशक)
12- 1980 पी.जयराज (अभिनेता, फिल्म निर्देशक)
13- 1981 नौशाद अली (संगीतकार)
14- 1982 एल.वी.प्रसाद (अभिनेता, फिल्म निर्माता-निर्देशक)
15- 1983 दुर्गा खोटे (अभिनेत्री)
16- 1984 सत्यजित रे (फिल्म निर्देशक)
17- 1985 वी. शांताराम (अभिनेता, फिल्म निर्माता-निर्देशक)
18- 1986 बी. नागी रेड्डी (फिल्म निर्माता)
19- 1987 राजकपूर (अभिनेता, निर्देशक)
20- 1988 अशोक कुमार (अभिनेता)
21- 1989 लता मंगेशकर (पाश्र्व गायिका)
22- 1990 ए. नागेश्वर राव (अभिनेता)
23- 1991 भालजी पेंढरकर (फिल्म निर्माता-निर्देशक)
24- 1992 भूपेन हजारिका (गायक, फिल्मकार)
25- 1993 मजरूह सुल्तानपुरी (गीतकार)
26- 1994 दिलीप कुमार (अभिनेता)
27- 1995 राजकुमार (अभिनेता)
28- 1996 शिवाजी गणेशन (अभिनेता)
29- 1997 प्रदीप (गीतकार)
30- 1998 बी.आर.चोपड़ा (फिल्म निर्माता-निर्देशक)
31- 1999 हृषिकेश मुखर्जी (फिल्म निर्देशक)
32- 2000 आशा भोसले (पाश्र्व गायिका)
33- 2001 यश चोपड़ा (फिल्म निर्माता-निर्देशक)
34- 2002 देव आनंद (अभिनेता, फिल्म निर्माता-निर्देशक)
35- 2003 मृणाल सेन (फिल्म निर्देशक)
36- 2004 अदूर गोपालकृष्णन (फिल्म निर्देशक)
37- 2005 श्याम बेनेगल (फिल्म निर्देशक)
38- 2006 तपन सिन्हा (फिल्म निर्देशक)
39- 2007 मन्ना डे (पाश्र्व गायक)
40- 2008 वी.के.मूर्ति (छायाकार)
41- 2009 डी. रामानायडू (फिल्म निर्माता)
42- 2010 के.बालाचंदर (फिल्म निर्देशक)
43- 2011 सौमित्र चटर्जी (अभिनेता)।
44-2012 प्राण (खलनायक, चरित्र अभिनेता)
45-2013 गुलजार (फिल्मकार, गीतकार)
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