भारतीय युवकों को गुमराह कर रहे आईएसआई से निपटना बड़ी चुनौती: राजनाथ

भारतीय युवकों को गुमराह कर रहे आईएसआई से निपटना बड़ी चुनौती: राजनाथ गुवाहाटी: भारत को अस्थिर करने के प्रयासों के लिए पाकिस्तान के सरकार प्रायोजित संगठनों पर आरोप लगाते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि पड़ोंसी देश ने विभिन्न हथकंडों के जरिए देश को नुकसान पहुंचाने के अपने प्रयासों को नहीं त्यागा है।

देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों को संबोधित करने के दौरान गह मंत्री ने अल कायदा जैसे आतंकवादी समूहों से खतरे समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश इस तरह की चुनौतियों का सामना करने को तैयार है।

पुलिस प्रमुखों के वार्षिक सम्मेलन का उदघाटन करते हुए गह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान भारत में उपद्रवकारी गतिविधियों में सरकार से इतर संगठनों के शामिल होने का बहाना बनाना जारी रखे हुए है। उन्होंने कहा कि अगर भारत में आतंकवादी कृत्यों में (पाकिस्तान) सरकार से इतर के संगठन शामिल हैं, तब क्या आईएसआई सरकार से इतर संगठन है।

ये राज्य प्रायोजित संगठन हैं, जो हमारे देश को अस्थिर करने का प्रयास करने में भूमिका निभा रहे हैं। पाकिस्तान ने विभिन्न हथकंडों के जरिए भारत को नुकसान पहुंचाने के अपने प्रयासों को नहीं त्यागा है।

सम्मेलन के दौरान सिंह ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादी समूहों के लिए घटते समर्थन के बारे में चर्चा की और कहा कि पाकिस्तान इस तरह के नेर्को का अब भी समर्थन कर रहा है। यह सम्मेलन पहली बार दिल्ली से बाहर हो रहा है।

सिंह ने खुफिया ब्यूरो द्वारा आयोजित किए जा रहे सम्मेलन में कहा कि राज्य में हाल में हुए पहले चरण के चुनाव के दौरान भारी मतदान और राजनैतिक रैलियों में लोगों की उपस्थिति राज्य में जमीनी हकीकत के बारे में आतंकवादी समूहों के लिए पर्याप्त संकेत है। सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के डीजीपी और आईजीपी और अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों की बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल संबोधित करेंगे।

भारतीय उप महाद्वीप के लिए कायदा-उल-जेह नाम की शाखा खोलने की अलकायदा की घोषणा को खतरा बताते हुए सिंह ने कहा कि वैश्विक आतंकवादी समूह की मंशा बांग्लादेश, असम, गुजरात, जम्मू कश्मीर और देश के कुछ अन्य हिस्सों को अपनी गिरफ्त के तहत रखना है, जिसे देश होने नहीं देगा।

उन्होंने कहा, यद्यपि इस आतंकवादी समूह का जन्म सीरिया और इराक के बाहर हुआ लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप इस समस्या से अछूता नहीं रह सकता और हमें इसको समक्षने की आवश्यकता है। यह भी चिंता का विषय है कि कुछ भारतीय युवक आईएसआईएस की ओर आकर्षित हैं। हम इसे हल्के में नहीं ले सकते हैं। हम इसे एक चुनौती के रूप लेते हैं।

पश्चिम बंगाल के बर्धमान में दो अक्टूबर को हुए विस्फोट का उल्लेख करते हुए जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) कथित तौर पर उसमें संलिप्त था। गृह मंत्री ने कहा कि घटना परिलक्षित करता है कि अनेक विदेशी शक्तियां अपने नापाक मंसूबों के लिए भारत की धरती का दुरपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमें इन सभी शक्तियों पर अपनी ताकत से अंकुश लगाना है।

गृह मंत्री ने अलकायदा की दक्षिण एशियाई शाखा के पाकिस्तानी नौसेना के पोत का अपहरण करने के विफल प्रयास के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आतंकवादी समूह पाकिस्तानी नौसैनिक जहाजों का अपहरण करके अमेरिकी और भारतीय नौसैनिक जहाजों को निशाना बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

सिंह ने कहा, हमारे लिए अधिक चिंता की बात यह है कि कुछ पाकिस्तानी नौसेना कर्मी भी इसमें शामिल थे। हमें इस चुनौती से निपटने के लिए खुद को तैयार करना चाहिए और मुक्षे विश्वास है कि हम विजयी होंगे। सिंह ने कहा कि अनेक विदेशी आतंकवादी समूह मानते हैं कि चूंकि भारत में बड़ी संख्या में मुस्लिम रहते हैं इसलिए वे उन्हें भर्ती कर सकते हैं और इस्लामी देश का निर्माण करने के लिए लड़ सकते हैं।

उन्होंने कहा, लेकिन भारतीय मुसलमान देशभक्त हैं और वे स्वतंत्रता के समय से ही अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं। भारतीय मुसलमान हमेशा देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए तैयार हैं और इसलिए ऐसे आतंकवादी समूह सफल नहीं होंगे।

गृह मंत्री ने कहा कि यद्यपि आतंकवादी समूह पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, सीरिया या लीबिया में हमले कर रहे हैं लेकिन भारत में उनके नापाक मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। जम्मू कश्मीर में सितंबर में आई बाढ़ का उल्लेख करते हुए सिंह ने कहा कि राहत एवं पुनर्वास कार्य को तेजी से पूरा करना है अन्यथा कुछ आतंकवादी समूह कुछ युवकों को अपने पाले में लुभाने में सक्षम हो सकते हैं।
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