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खट्टे फल से कम होता है गर्भाशय कैंसर का खतरा

खट्टे फल से कम होता है गर्भाशय कैंसर का खतरा लंदन: हमारे देश में गर्भवती महिलाओं के खट्टे फल तथा आचार खाने को दिया जाता है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि हमारे देश के इस परंपरा का महिलाओं के स्वास्थ्य से गहरा नाता है। हाल ही में विदेशों में किये गये शोधों से पता चला है कि खट्टे फलों के सेवन से महिलाओँ में गर्भाशय के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।

इसके अलावा हर दिन ब्लैक टी का सेवन गर्भाशय कैंसर के खतरे को कम करता है। शोध के नतीजों में पाया गया कि जो महिलाएं भरपूर मात्रा में फ्लेवोनोल युक्त खाद्य या पेय पदार्थो, जैसे- चाय, सेब, अंगूर आदि का सेवन करती हैं, उन्हें गर्भाशय कैंसर का खतरा कम होता है।

हर दिन ब्लैक टी व खट्टे फलों का सेवन और कभी-कभी रेड वाइन का सेवन गर्भाशय कैंसर के खतरे को कम करता है।

ईस्ट एंगलिया यूनिवर्सिटी के नॉर्विच मेडिकल स्कूल की शोधकर्ता प्रोफेसर एडिन कैसिडी ने बताया, “दो शक्तिशाली पदार्थो फ्लैवोनोइड्स-फ्लैवोनोल्स और फ्लैवानंस से भरपूर खाद्य एवं पेय पदार्थो का सेवन करने वाली महिलाओं में गर्भाशय कैंसर का खतरा कम होता है.”

कैसिडी ने बताया कि खानपान की आदतों और व्यवहार में थोड़े बहुत बदलाव से गर्भाशय कैंसर के खतरे को टाला जा सकता है.

उन्होंने कहा, 'हर रोज दो-चार कप ब्लैक टी का सेवन गर्भाशय कैंसर के खतरे को 31 फीसदी तक कम कर सकता है।'
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