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अमेरिका में मोदी का भव्य स्वागत, गूंजा मोदी-मोदी का नारा

अमेरिका में मोदी का भव्य स्वागत, गूंजा मोदी-मोदी का नारा न्यूयॉर्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में भव्य स्वागत करने के लिए भारतीय-अमेरिकी समुदाय को धन्यवाद दिया है। होटल के बाहर एकत्र लोगों ने 'मोदी-मोदी' कहकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया था।

मोदी ने ट्वीट किया, न्यूयॉर्क में शानदार स्वागत के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। इससे अभिभूत हूं। यात्रा शानदार रहने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहली अमेरिका यात्रा पर मोदी शुक्रवार को एयर इंडिया के विशेष बोइंग विमान से न्यूयॉर्क के जॉन एफ कैनेडी हवाई अड्डे पर उतरे थे। वह फ्रैंकफर्ट में एक रात गुजारने के बाद करीब नौ घंटे की उड़ान भर न्यूयॉर्क पहुंचे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका पहुंचने पर एक दुर्लभ उदाहरण पेश किया और वह भारतीय मूल के लोगों का अभिवादन करने के लिए अपने विशाल सुरक्षा काफिले से बाहर आ गए। यह भीड़ होटल के बाहर मोदी के नाम के नारे लगा रही थी।

बड़ी संख्या में वाहनों का काफिला जब होटल पहुंचा, तो मोदी काफिले से बाहर आ गए और स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा के लिहाज से बनाए गए उस घेरे में गए जहां लोगों की भीड़ जमा थी। इस होटल में मोदी वाशिंगटन रवाना होने से पहले 29 सितंबर तक ठहरेंगे।

प्रधानमंत्री ने वहां खड़े सभी लोगों को नमस्ते किया किया और फिर वह हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन करते हुए होटल में चले गए। मोदी ने कुछ लोगों से हाथ भी मिलाया जो वहां पहुंचे थे। कई लोग उनका फोटो एवं वीडियो लेते हुए नजर आए। लोग उनका स्वागत करने के लिए दो घंटे पहले से वहां पहुंचे हुए थे।

पाकिस्तान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के द्वारा कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाने के बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस संबध में भारत का पक्ष रखेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा है प्रधानमंत्री अपने संबोधन में पाकिस्तान को इस मुद्दे पर करारा जवाब देंगे।

उन्होंने कहा कि हालांकि यह हमारा विशेषाधिकार है कि हम इस मुद्दे पर कुछ कहते हैं या नहीं। प्रवक्ता का कहना था कि भारत शरीफ द्वारा कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग को सिरे से खारिज करता है।

गौरतलब है कि नवाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने की मांग की थी। उनका कहना था कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर एक मुख्य मुद्दा है और इसे ज्यादा समय तक उपेक्षित नहीं रखा जा सकता।

पाकिस्तान शांति के साथ कश्मीर मुद्दा सुलझाने का पक्षधर है। इसके साथ ही शरीफ ने भारत पर विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद कर एक अवसर गंवाने का भी आरोप लगाया।
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