भाजपा ने की कोयले के खेल की सी.वी.आई. जाँच की मांग
अशोक मिश्र ,
Sep 22, 2014, 17:36 pm IST
Keywords: भारतीय जनता पार्टी निजी कम्पनियों कोयला आयात पावर काॅरपोरेशन सपा सरकार Bharatiya Janata Party Private companies Coal imports Power carporeshn SP government
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने निजी कम्पनियों के द्वारा कोयला आयात करने और खुले बाजार से खरीदने पर प्रदेश के पावर काॅरपोरेशन और सपा सरकार को जबर्रदश्त तरीके से घेरा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि सपा सरकार कोयला आयात और खुले में कोयला खरीदनें के निर्णय को सही ठहराने के लिए केन्द्र सरकार पर झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोयले के इस खेल में करोंडों के वारे-न्यारे की सम्भावना है।
डाॅ0 मिश्र ने बताया कि सरकार प्रदेश में बिजली संकट को हल करने के बजाय कोयले के खेल में व्यस्त है। सरकार के कृत्यों से साफ जाहिर हो रहा है कि निजी घरानों को खुलेआम मुनाफा कमाने का लाइसेन्स थमाया गया है। निजी घरानों की कम्पनियों द्वारा बिजली को और महॅगा करने का कुचक्र रचा जा रहा है। इस खेल को सपा सरकार का पूरा संरक्षण प्राप्त है। डाॅ0 मिश्र ने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार ने बिजली क्षेत्र को कुछ कम्पनियों की जागीर बना दिया है। सी.ए.जी. ने भी 8000 करोड़ के रूपये के नुकसान का अनुमान लगाया था। पहले से ही निजी कम्पनियों से महॅगी बिजली खरीदी जा रही है। प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने कहा कि पूरा प्रदेश इस समय बिजली संकट का शिकार है और मुख्यमंत्री जी ने पहले दिन की शुरूआत टिवटर पर झूठ से की है। सपा सरकार बिजली संकट का समाधन सिर्फ केन्द्र सरकार का आरोप लगाकर कर रही है। आज तक प्रदेश की सरकार ने बिजली संकट का एक भी गम्भीर प्रयास नही किया। उन्होंने कहा कि इस कोयले आयात के मामले में सरकार और काॅरपोरेशन के अधिकारियों के हाथ काले लगते है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए प्रदेश सरकार इस भ्रष्टाचार के खुलासे के लिए सी.वी.आई. जांच करवाये और जिम्मेदार लोगों को तत्काल सजा दिलवाने की व्यवस्था करें। |
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