तेलंगाना का किया अपमान तो जमीन में दफन कर दूंगा: चंद्रशेखर राव

तेलंगाना का किया अपमान तो जमीन में दफन कर दूंगा: चंद्रशेखर राव वारंगल: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मीडिया, खासकर टीवी चैनलों को धमकी दी है कि अगर वे नए राज्य का 'अपमान' करते रहेंगे, तो उन्हें जमीन में 10 फुट नीचे दफन कर दिया जाएगा। राव ने कहा कि तेलंगाना विधानसभा, उसके विधायकों और तेलंगाना राज्य का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।

मंगलवार को वारंगल में एक कार्यक्रम में केसीआर के नाम से मशहूर के. चंद्रशेखर राव ने मांग की कि तेलंगाना का सम्मान किया जाना चाहिए। राव ने वारंगल में एक कार्यक्रम में कहा, "जो तेलंगाना, उसके अस्तित्व और प्रतिष्ठा का अपमान करते हैं, उन्हें जमीन में 10 फुट नीचे दफन कर दिया जाएगा।"

तीन महीने पुराने राज्य के सीएम राव ने कहा, "हम उनकी गर्दन तोड़कर उन्हें बाहर फेंकने में संकोच नहीं करेंगे, तेलंगाना के लोगों का सम्मान करना सीखना चाहिए।" राव ने कहा, "दोनों चैनलों का रवैया 'आंध्रावाला' है, जिससे वे तेलंगाना का अपमान कर रहे हैं। हम उन्हें एक बेवकूफाना हरकत नहीं करने देंगे। जो आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं, वो कौन होते हैं अपमान करने वाले।"
 
केबल ऑपरेटर्स की तारीफ भी की
राव यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, "हम उन्हें बेवकूफाना हरकत नहीं करने देंगे। मैं उन केबल ऑपरेटर्स को सलाम करता हूं, जिन्होंने दोनों चैनलों का प्रसारण रोक दिया। अगर वे अभी भी अपना रवैया नहीं बदलेंगे, हम उन्हें सबक सिखाएंगे।" बता दें कि केसीआर ने हाल ही में खुद की हिटलर से तुलना की थी। वहीं, इस मामले में तेलंगाना के विपक्ष ने केसीआर की कड़ी निंदा की है।
 
बता दें कि राव ने यह मामला विधानसभा में भी उठाया था और चैनलों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी। इस बारे में संसद में भी चर्चा हुई थी, जब सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने दोनों चैनलों पर प्रतिबंध लगाने के संबंध में जवाब दिया था।

दो तेलुगू चैनलों से हैं नाराज
चंद्रशेखर राव दो तेलुगू चैनलों टीवी9 और एबीएन आंध्रज्योति से नाराज बताए जा रहे हैं। उन चैनलों ने अपने कुछ कार्यक्रमों में तेलंगाना का कथित तौर पर मजाक उड़ाया गया था। बताया जा रहा है कि ये वे टीवी चैनल हैं, जिन पर तेलंगाना सरकार ने राज्य में प्रसारण पर अनौपचारिक ढंग से रोक लगा रखी है और ये चैनल विरोध जताने के लिए इस तरह के कार्यक्रम दिखा रहे हैं।

प्रसारण रोके जाने का विरोध भी
उधर, प्रसारण रोके जाने से नाराज दोनों चैनलों के पत्रकारों ने दिल्ली और हैदराबाद में विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार को इस प्रदर्शन में कुछ महिला पत्रकार भी शामिल हुई थीं।
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