बीसीसीआई सख्त,क्रिकेटर्स संग नहीं जाएंगी गर्लफ्रेंड्स और बीवियां!

बीसीसीआई सख्त,क्रिकेटर्स संग नहीं जाएंगी गर्लफ्रेंड्स और बीवियां! नई दिल्ली/मुंबई: हालिया इंग्लैंड दौरे में टीम इंडिया के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) काफी सख्त रुख अपनाता दिखाई दे रहा है, और हाल ही में पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री को डायरेक्टर नियुक्त कर टीम के मुख्य कोच डंकन फ्लेचर की ताकत को वस्तुतः खत्म कर देने के बाद अब बीसीसीआई की गाज खिलाड़ियों की प्रेमिकाओं (गर्लफ्रेन्ड्स) और पत्नियों पर गिरने जा रही है।

उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड दौरे में स्टार खिलाड़ी माने जा रहे विराट कोहली को अपनी अभिनेत्री गर्लफ्रेंड अनुष्का शर्मा को साथ रखने की इजाज़त दी गई थी, लेकिन विराट का प्रदर्शन काफी खराब रहा। उनके अलावा चेतेश्वर पुजारा, मुरली विजय, रविचंद्रन अश्विन, स्टुअर्ट बिन्नी और गौतम गंभीर को भी अपनी-अपनी पत्नियों को साथ ले जाने की अनुमति दी गई थी, और इन सभी का प्रदर्शन भी पूरी शृंखला के दौरान निराशाजनक रहा था।

अब बीसीसीआई ने तय किया है कि अब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड की तर्ज पर किसी भी दौरे पर भारतीय खिलाड़ियों को भी गर्लफ्रेंड्स को साथ ले जाने की इजाज़त नहीं दी जाएगी, और साथ ही शादीशुदा खिलाड़ियों के पत्नियों को साथ ले जाने पर भी बीसीसीआई सख्ती बरतने के मूड में है। अब क्रिकेटरों की पत्नियां किसी भी दौरे पर कितने दिन उनके साथ रुक सकेंगी, यह फैसला अब क्रिकेट बोर्ड करेगा।

ख़बर के अनुसार, बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, "अब बोर्ड यह फैसला करेगा कि विदेशी दौरों पर क्रिकेटरों की बीवियां कितना समय उनके साथ गुजारेंगी।

इंग्लैंड का दौरा हमारे लिए आंखें खोलने वाला रहा,  हमें जितनी भी जानकारी मिली है, उसके मुताबिक अगर खिलाड़ी क्रिकेट पर ध्यान लगाना भी चाहते, तो उनकी गर्लफ्रेन्ड्स और पत्नियां उनका ध्यान भटकाती रहीं, जब कोई खिलाड़ी नेट्स पर या जिम जाना चाहते थे तो वे ऐसा नहीं कर पाए, क्योंकि उनकी पत्नियां शहर में घूमना-फिरना चाहती थीं इसलिए अब हमने सोचा है कि इंग्लैंड सीरीज़ के बाद हम क्रिकेटरों की पत्नियों के विदेशी दौरों के दौरान साथ रहने के दिनों में कटौती करेंगे।"

बीसीसीआई के एक सूत्र ने भी कहा, "भारतीय टीम को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए हम कुछ मुद्दों को सुलझाना ज़रूरी समझते हैं, जो बीत चुका है, उसके बारे में चर्चा करने से कोई फायदा नहीं होगा, लेकिन अब हम चाहते हैं कि क्रिकेटर खेल पर ज़्यादा ध्यान दें।"
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