जनरल दलबीर सिंह सुहाग बने नए थलसेना प्रमुख
जनता जनार्दन डेस्क ,
Jul 31, 2014, 16:51 pm IST
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नई दिल्ली: जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने आज देश के नए थलसेना प्रमुख का पद संभाल लिया। उन्होंने जनरल बिक्रम सिंह की जगह ली है। इससे पहले उनकी नियुक्ति को लेकर विवाद हुआ था। जनरल सिंह ने यहां साउथ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय में जनरल सुहाग को थलसेना प्रमुख के पद की जिम्मेदारी सौंपी।
नए थलसेना प्रमुख ने ऐसे समय में पद संभाला है जब सेना अपने तोपखाने, पैदल सेना और वायु रक्षा शस्त्रों के आधुनिकीकरण को लेकर चुनौतियों का सामना कर रही है और साथ ही किसी संभावित बहु मोर्चा युद्ध का सामना करने के लिए भी खुद को तैयार कर रही है। गोरखा रेजीमेंट के अधिकारी 59 वर्षीय सुहाग 1987 में श्रीलंका में भारतीय शांति सेना के अभियान में शामिल थे और अब तक सेना के उप प्रमुख थे। देश के 26 वें थलसेना प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल 30 महीने का होगा। सुहाग को पिछले साल थलसेना का उप प्रमुख बनाया गया था। उससे पहले वह 16 जून 2012 से पूर्वी सेना के कमांडर थे। इससे पहले वह तत्कालीन थलसेना प्रमुख जनरल वीके सिंह द्वारा ‘अनुशासन एवं सतर्कता’ प्रतिबंध लगाए जाने की वजह से विवाद के केंद्र में थे। जनरल वीके सिंह ने पूर्व में असम में एक खुफिया अभियान के सिलसिले में उनपर यह प्रतिबंध लगाया था। मई 2012 में जनरल बिक्रम सिंह के पदभार संभालने के तुरंत बाद 3 कॉर्प्स के तत्कालीन कमांडर सुहाग पर से प्रतिबंध हटा दिया गया था। भाजपा ने जनरल सुहाग की नियुक्ति में जल्दबाजी पर सवाल उठाए थे और जोर दिया था कि मामला अगली सरकार के लिए छोड़ देना चाहिए। हालांकि राजग सरकार के गठन के तुरंत बाद रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने कहा था कि नयी सरकार संप्रग सरकार के शासनकाल में की गयी नियुक्ति जारी रखेगी। सुहाग 1987 में श्रीलंका में ‘ऑपरेशन पवन’ में कंपनी कमांडर थे और जुलाई 2003 से मार्च 2005 के बीच कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान में शामिल 53 इंफ्रेन्ट्री ब्रिगेड की कमान संभाली थी। सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ के पूर्व छात्र जनरल सुहाग 1970 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी का हिस्सा बने थे और जून 1974 में उन्हें 4.5 गोरखा रायफल्स में शामिल किया गया था। जनरल सुहाग भारत और विदेश में कई करियर पाठ्यक्रमों में शामिल हुए हैं जिनमें 1997-98 में सीडीएम, सिकंदराबाद में एलडीएमसी, 2006 में नई दिल्ली में एनडीसी पाठ्यक्रम, 2005 में अमेरिका में एक्जयूकेटिव कोर्स और 2007 में केन्या में सीनियर मिशन लीडर्स कोर्स शामिल हैं। उन्हें अक्तूबर 2007 से दिसंबर 2008 के बीच करगिल में 8 माउंटेन डिवीजन की कमान संभालने की विशिष्टता हासिल है। |
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