हाइपो थायरॉइड से निजात दिलाता है थ्रोट पैक
जनता जनार्दन डेस्क ,
Apr 24, 2014, 11:10 am IST
Keywords: थायरॉइड टी-3 और टी-4 दो हार्मोन्स हाइपो थायरॉइड आयोडीन की कमी असंतुलित आहार अनियमित दिनचर्या Thyroid Two hormones T3 and T4 Hypo thyroid Iodine deficiency Unbalanced diet irregular lifestyle
नई दिल्ली: थायरॉइड गले की एक अंत:स्रावी (एंडोक्राइन) ग्रंथि होती है, जो टी-3 और टी-4 दो हार्मोन्स बनाती है।
जब इन हार्मोन्स की मात्रा कम हो जाती है, तो उसे हाइपो थायरॉइड कहते हैं। आयोडीन की कमी, असंतुलित आहार व अनियमित दिनचर्या से यह रोग होता है। इस बीमारी से वजन बढ़ना, कम पसीना आना, सांस फूलना और शरीर में भारीपन या सूजन होता है। इससे निजात पाने के लिए पहले तौलिए को गर्म पानी में भिगोकर 2 मिनट के लिए गले पर गर्म सेक करें, फिर ठंडे पानी में भिगोकर एक मिनट तक ऐसा ही करें। इस प्रक्रिया को 5 बार 15 मिनट तक दोहराएं। इसके बाद गले पर सूती पट्टी, उसके ऊपर से ऊनी पट्टी आधे घंटे के लिए बांधें। इसके अलावा गर्म पानी में तौलिया भिगोकर पूरे शरीर को पोंछने से भी राहत मिल सकती है। इससे पसीना आने लगेगा और वजन घटेगा। कम मिर्च-मसालों वाला आयोडीन युक्त भोजन करें। उबली या अंकुरित चीजें खाएं, इससे तनाव, आलस्य और कब्ज की तकलीफ दूर होगी। कचनार के पत्तों को पानी में उबालकर इस पानी को पीएं। |
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