आईआरएनएसएस 1-बी के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू

आईआरएनएसएस 1-बी के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू चेन्नई: श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली, आईआरएनएसएस 1-बी के देश के दूसरे उपग्रह के प्रक्षेपण की 58 घंटे 30 मिनट की उल्टी गिनती आज शुरू हो गयी और यह बिना किसी अवरोध के जारी है।
   
यह अंतरिक्ष केंद्र यहां से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसरो सूत्रों ने कहा कि आईआरएनएसएस 1-बी के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती सुबह 6 बजकर 44 मिनट पर शुरू हो गयी और यह बिना किसी दिक्कत के जारी है।

उपग्रह का प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 4 अप्रैल को शाम 5 बजकर 14 मिनट पर निर्धारित है। यह उपग्रह भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली (आईआरएनएसएस) के सात उपग्रहों में से दूसरा है। इस प्रणाली के कामों में क्षेत्रीय एवं सामुद्रिक नौवहन, आपदा प्रबंधन, व्हीकल ट्रैकिंग और बेड़ा प्रबंधन शामिल हैं।
   
आईआरएनएसएस का विकास देश में और साथ ही इसकी सीमा से 1,500 किलोमीटर दूर तक इसके मुख्य सेवा क्षेत्र में उपयोगकर्ताओं को सही स्थिति की जानकारी से संबंधित सेवा देने के लिए किया गया है।
   
इसरो के अधिकारियों ने कहा कि आईआरएनएसएस अमेरिका के ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस), रूस के ग्लोनास और यूरोप के गैलीलियो के समान है। चीन और जापान के पास भी इस तरह की प्रणालियां हैं जिन्हें क्रमश: बिदोउ और क्वासी जेनिथ सैटेलाइट सिस्टम के नाम से जाना जाता है।
   
इसरो ने पिछले साल 1 जुलाई को अपने पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल) सी-22 से आईआरएनएसएस 1-ए का प्रक्षेपण किया था। इसरो अधिकारियों के अनुसार इस साल के अंत तक ऐसे दो और उपग्रह प्रक्षेपित किए जाएंगे। चार उपग्रहों के कक्षा में पहुंचने के साथ आईआरएनएसएस काम करना शुरू कर सकता है।
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