रोहित शेखर मेरा ही बेटा: एन.डी. तिवारी

रोहित शेखर मेरा ही बेटा: एन.डी. तिवारी नई दिल्ली: उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को आखिरकार अपना बेटा कबूल कर लिया है।

6 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद तिवारी ने शेखर को अपना पुत्र माना है।

एक समाचार चैनल से बातचीत में तिवारी ने स्वीकार किया कि रोहित शेखर मेरा बेटा है। डीएनए टेस्ट से भी यह साबित हो गया है कि रोहित शेखर मेरा जैविक पुत्र है।

तिवारी ने पहली बार सार्वजनिक रूप से यह कबूल किया है कि 34 साल का रोहित शेखर उनका बेटा है और उज्जवला शर्मा उसकी मां है।

रविवार रात तिवारी ने रोहित को अपने घर बुलाया। तिवारी ने उससे लंबी बातचीत की। तिवारी ने शेखर से कहा,मैं लड़ते लड़ते थक चूका हूं। मैं इस महान परिवार के साथ जुड़कर खुद को गर्वान्वित महसूस कर रहा हूं। खुद को तिवारी का बेटा साबित करने के लिए शेखर को लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी।

वह मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले गया।2008 में रोहित शेखर एनडी तिवारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गया। रोहित ने दावा किया कि तिवारी का उसकी मां से अफेयर था। दोनों के बीच शारीरिक संबंध स्थापित हुए। इसके बाद उसका जन्म हुआ।

रोहित ने कहा कि तिवारी मेरे जन्मदिन पर घर आते थे। जब मैं बच्चा था तब मेरे साथ खेलते थे लेकिन सार्वजनिक रूप से मुझे अपना पुत्र कबूलने को तैयार नहीं थे। मैं सिर्फ यही चाहता था कि वे सार्वजनिक तौर पर मुझे अपना पुत्र स्वीकार करें।

दिल्ली हाईकोर्ट में अभी भी यह मामला चल रहा है। रोहित का कहना है कि उसे वह मिल गया है जो वह चाहता था। दिल्ली हाईकोर्ट की चेतावनी के बाद 2012 में तिवारी का जबरन पितृत्व टेस्ट हुआ था। कोर्ट ने पुलिस से कहा था कि अगर तिवारी टेस्ट के लिए तैयार नहीं हो तो उनका जबरन परीक्षण करवाया जाए।

तिवारी ने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली। 34 साल के रोहित ने कहा कि मैं और मेरी मां जिस दर्द से गुजरे हैं,मैं नहीं चाहता कि किसी अन्य को इस तरह का दर्द झेलना पड़े। रोहित ने बताया कि कानूनी लड़ाई के दौरान उसे दिल का दौर तक पड़ गया।
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