सूरत पर परमाणु बम से हमले की तैयारी थी: भटकल
जनता जनार्दन डेस्क ,
Dec 30, 2013, 15:59 pm IST
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नई दिल्ली: सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही परमाणु बम तक आतंकवादियों के पहुंचने को लेकर चिंता जताती आई हैं। आतंकवादियों की इन हथियारों तक पहुंच ही नहीं हुई है बल्कि वह इनसे धमाकेकी योजना भी बनाने लगे हैं। इंडियन मुजाहिदीन के चीफ अहमद जरार सिद्दीबप्पा उर्फ यासीन भटकल ने अपने बयान में कहा है कि वह सूरत में परमाणु बम हमले की योजना बना रहा था।
यासीन भटकल को गत महीने 27 अगस्त को नेपाल के पोखरा से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद से एनआईए, इंटेलिजेंस ब्यूरो और कई राज्यों की पुलिस द्वारा लगातार उससे पूछताछ कर रही है। भटकल ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने पाकिस्तान स्थित अपने बॉस रियाज से फोन पर पूछा था कि क्या वह एक छोटे परमाणु बम की व्यवस्था कर सकता है। इस पर रियाज ने कहा, पाकिस्तान में किसी भी चीज की व्यवस्था की जा सकती है। यासीन ने जांच अधिकारियों को बताया कि, रियाज ने मुझे बताया कि परमाणु बमों से हमले किए जा सकते हैं। मैंने उससे सूरत पर हमले के लिए एक परमाणु बम की व्यवस्था करने को कहा था। जांच रिपोर्ट के अनुसार यासीन ने कहा कि रियाज ने उसे बताया था कि परमाणु हमले में मुस्लिम भी मारे जाएंगे। इस पर भटकर ने जवाब दिया था कि हम मस्जिदों में पोस्टर लगवा देंगे कि हर मुस्लिम अपने परिवार को लेकर चुपचाप शहर छोड़ दे। लेकिन अगस्त में आईबी द्वारा यासीन की गिरफ्तारी के बाद इस योजना पर काम शुरू नहीं हो सका। सूरत हमेशा से ही यासीन के निशाने पर रहा है। उसने वर्ष 2008 में दिल्ली, जयपुर और अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट के दौरान आतिफ अमीन के साथ मिलकर 27 बम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। खुफिया अधिकारियों के अनुसार यासीन खुद भी इंडियन मुजाहिदीन का बम बनाने का एक्सपर्ट रहा है और उसकी गिरफ्तारी के बाद से इंडियन मुजाहिदीन की बम बनाने की क्षमता प्रभावित हुई है। यासीन ने साथ ही इंडियन मुजाहिदीन के सदस्यों और दूसरे आतंकवादियों को पाकिस्तान में दी जाने वाली ट्रेनिंग की भी जानकारी दी है। जिससे पता चलता है कि आतंकवादियों को पाकिस्तान की मदद से उच्चस्तरीय ट्रेनिंग दी जाती है। इंडियन मुजाहिदीन के सदस्यों को पाकिस्तान में दी जाने वाली ट्रेनिंग की जानकारी देते हुए यासीन ने बताया ट्रेनिंग में सुबह पीटी, हथियारों को संभालना और विस्फोटकों की ट्रेनिंग, पिस्टल्स रिवॉल्वर्स, एके-47 आदि की ट्रेनिंग होती है। भारतीय हथियार भी ट्रेनिंग में शामिल होते हैं। यासीन ने बताया कि हमें विस्फोटकों को संभालने की विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। उसने कहा, इनमें कई खतरनाक विस्फोटक शामिल है। साथ ही हमें अमोनियम नाइट्रेट, हाइड्रोडन परऑक्साइड, और जिलेटिन की छडिय़ों से आईडी बनाना भी सिखाय गया। यह ट्रेनिंग 50 दिनों की थी। सूत्रों के अनुसार सभी योजनाओं और सक्रिय ऑपरेशंस के लिए यासीन रियाज के संपर्क में रहा। रियाज ने वर्ष 2013 में यासीन के पास 17 लाख रुपये भेजे, जिसमें से 25 हजार रुपये यासीन के हर महीने के व्यक्तिगत खर्चे के लिए थे।एक खुफिया अधिकारी ने बताया कि आंतकवादियों को आईएसआई की मदद से पाकिस्तान में आधुनिक ट्रेनिंग दी जा रही है। और अगर आतंकवादियों की पहुंच परमाणु बम तक हो गई है तो यह भारत के लिए बहुत ही खतरनाक है। |
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