आरबीआई ने बढ़ाईं ब्याज दरें, सेंसेक्स में गिरावट..बढ़ेगी ईएमआई
जनता जनार्दन डेस्क ,
Sep 20, 2013, 11:44 am IST
Keywords: भारतीय रिजर्व बैंक नए गर्वनर रघुराम राजन नेतृत्व केंद्रीय बैंक मौद्रिक नीति समीक्षा Reserve Bank of India New governor Raghuram Rajan Leadership Central bank Monetary policy Review
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के नए गर्वनर रघुराम राजन के नेतृत्व में केंद्रीय बैंक ने आज अपनी पहली मौद्रिक नीति की समीक्षा पेश की है, जिसमें रेपो रेट में चौथाई फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान किया गया है।
इस फैसले के बाद ब्याज दरों के बढ़ने की आशंका है, जिससे लोन महंगा हो सकता है। रिजर्व बैंक के ऐलान के बाद शेयर बाजारों में मायूसी छू गया और सेंसेक्स 350 अंकों से ज्यादा टूट गया। फेडरल रिजर्व की तरफ से रियायतों को वापस नहीं लेने के फैसले के बाद अब भारतीय उद्योग जगत की नजरें रिजर्व बैंक के नए गवर्नर पर टिकी थीं। रघुराम राजन नीतिगत समीक्षा ऐसे समय में करने जा रहे हैं, जबकि एक तरफ तो नीतिगत दरों में कटौती तथा दूसरी ओर मुद्रास्फीति पर काबू पाने के कदमों की जरूरत जताई जा रही है। जानकारों और उद्योग जगत को यह उम्मीद थी कि रिजर्व बैंक कर्ज को सस्ता कर देश में निवेश के माहौल को बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। विश्लेषकों का मानना था कि फेडरल रिजर्व के इस कदम से राजन के पास गिरती आर्थिक वृद्धि दर को काबू में लाने के कदम उठाने की गुंजाइश बची है। बैंकर तथा उद्योग जगत का केंद्रीय बैंक द्वारा 2013-14 की मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा में नीतिगत दरों में कमी तथा नकदी को आसान बनाने पर जोर था। हालांकि इस बारे में फैसला करना राघुराम राजन के लिए आसान नहीं था। थोक कीमतों पर आधारित महंगाई दर अगस्त में 6.1 फीसदी दर्ज की गई, जो पिछले छह महीने में सर्वाधिक है। जुलाई में यह दर 5.79 फीसदी थी और एक साल पहले अगस्त में 8.01 फीसदी। सबसे ज्यादा चिंता खाद्य महंगाई दर को लेकर है, जो 18.18 फीसदी रही। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले कमजोर होते रुपये को मजबूत करना भी आरबीआई के नए गवर्नर रघुराम राजन के लिए चुनौती है। |
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