सरबजीत पर हमला अत्यंत दुखद : प्रधानमंत्री

सरबजीत पर हमला अत्यंत दुखद : प्रधानमंत्री नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान में फांसी की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर कातिलाना हमला अत्यंत दुखद है।

यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में हिस्सा लेने आए प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं के साथ अलग से बातचीत में कहा, "हां यह अत्यंत दुखद है। कुछ कैदियों ने उस पर जेल में हमला किया। मैं समझता हूं कि यह अत्यंत दुखद घटनाक्रम है।"

शुक्रवार दोपहर अन्य कैदियों द्वारा कातिलाना हमला किए जाने के बाद सरबजीत सिंह को लाहौर के जिन्ना अस्पताल की सघन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया है। हमले में उसके सिर में गंभीर चोटें आई हैं। उस पर ईंटों, धारदार वस्तुओं और प्लेटों से हमला किया गया।

हमले के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि चिकित्सक उसकी जान बचाने की कोशिश में जुटे हैं।

ज्ञात हो कि कुछ महीने पूर्व लाहौर की इसी कोट लखपत जेल में एक और भारतीय कैदी चमेल सिंह की कथित रूप से जेलकर्मियों ने पिटाई की जिसमें उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सरबजीत पर हमला हुआ है।

सरबजीत को पाकिस्तान की एक अदालत ने लाहौर और मुल्तान में बम धमाकों का दोषी ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। सरबजीत के परिवार का दावा है कि अगस्त 1990 में शराब के नशे में वह गलती से सीमा के पार चला गया जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

उधर पाकिस्तान पुलिस का दावा है कि सरबजीत सिंह आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त रहा है।
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