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आतंक, औरत और ओसामा

जनता जनार्दन संवाददाता , May 21, 2011, 16:03 pm IST
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आतंक, औरत और ओसामा अपराध और सेक्स में एक गहरा संबंध है जिसे हालीवुड या बालीवुड की लगभग सभी फिल्मे जो अपराधिक विषय पर बनाई जाती है उनमें देखाया जाता है। अपराध मानसिकता वाले लोगों को असल में शांति स्त्रियों के गोद में ही मिलती होगी तभी तो विश्व के सबसे बड़े आतंकवादी ओसामा बिन लादेन ने कभी कहा था कि  ‘‘जब आप एक साथ संघर्ष कर रहे है तो आपका साथ देने वाला आपके लिए उतना ही प्यारा हो जाता है जिसके लिए आप जितने प्यारे हो जाते हैं।”  यह सच था। उसको बचाने के लिए उसकी सबसे छोटी बीवी ने अपनी ओट देकर ओसामा को छिपा लिया। नेवी सील  के जवानों द्वारा ओसामा के कमरे में इस्तेमाल की जाने वाली जितनी वस्तुओं मिली हैं, उनमें से कुछ पोर्नोग्राफी से संबंधित सामग्रियां भी है, जिनमें विडीयो के साथ प्रिंट में मुद्रित पोर्न सामग्री भी है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि घोषित आतंकवादी नम्बर एक ओसामा किस हद तक सेक्स प्रेमी भी था। जाहिर है कि यदि रोमांटिक और सेक्सी नहीं होता तो स्त्रियों की उसे जबर्दस्त भूख नहीं होती।

अमेरिका के लिए चाहे ओसामा जितना भी खतरनाक आतंकवादी रहा हो लेकिन निजी जीवन में वह बहुत रोमांटिक था। इतना कि स्त्रियों के बिना रह नहीं सकता था। जब नाटो की सेना ने अफगानिस्तान से आतंकवादियों को खदेड़ना शुरु किया तो सबसे पहले उसने अपनी तीन बीवियों को भगाने की कोशिश की थी। हालांकि सूत्रों का मानना है कि आतंकवादी अपने मिशन को लेकर अपनी पत्नियों से कोई बात नहीं करते थे। एक तरह का यह ओसामा का आदेश था। वह स्वयं ही किसी भी खौफनाक योजना के बारे में उनको नहीं बताता था। लेकिन बीवियों की सुरक्षा की उसे काफी चिंता होती थी। इसी क्रम में जब अफगानिस्तान पर हमला किया गया तो अपनी सबसे छोटी बीवी अमाल को जो उसके उम्र की आधी थी, पाकिस्तान की सुरक्षा में यमन भेज दिया और उसकी दो सउदी बीवियों को ईरान के सहयोग से सउदी अरेबिया पहुंचा दिया। और फिर अफगानिस्तान से भागते हुए जब पाकिस्तान में बाद में उसके रहने की व्यवस्था हो गई तो सबसे पहला काम अपनी बीवियों को एक मकान में ला कर रखने का काम किया। 

उसकी नई बीवी अमाल को छोड़ कर उसकी दो बीवियां खैरिया और शबर दोनो काफी पढ़ी लिखी हैं। और दोनो 25- 27 वर्षों से उसके साथ रहती आ रही थी। खैरिया बाल मनोविज्ञान की विशेषज्ञा है। उसकी दूसरी पत्नी शाइमन अरेबिक भाषा के व्याकरण की बहुत बड़ी जानकार है और तीसरी अमाल सबसे छोटी और घरेलू स्त्री है, के लिए ओसामा ने अपने उसी भवन में एक बहुत बड़ा क्लास रुम बना दिया था जिसमें वह बच्चों को व्याकरण पढ़ाती थी।  हालांकि ओसामा की इच्छा एक और बीबी की थी जो अधूरी रह गई क्योंकि जब वह रखने की योजना बना रहा था तभी अफगानिस्तान पर नाटो सैनिकों का हमला हो गया औेर उसे अफगानिस्तान से जान बचा कर भागना पड़ गया।

उसकी पहली बीवी नजवा ग्रामीन थी जो रिश्ते में उसकी चचेरी बहन थी जिससे उसकी शादी 15 वर्ष की उम्र में पूरे परम्परागत शैली में काफी धूमधाम के साथ हुई थी लेकिन शानो-शौकत में पली बढ़ी नजवा को अफगानिस्तान में यहां से वहां भटकना अच्छा नहीं लगा। 9/11 की घटना के बाद अवसर मिलते ही लादेन के एक विमंदित बच्चे के साथ लौट गई और फिर कभी ओसामा के पास वापस नहीं गई।  ओसामा ने मरने तक न तो उसे तलाक दिया था इसलिए उसके नाम अब तीन नहीं चार विधवाएं है।। उसकी दूसरी बीवी खादिजा शरीफ थी जो ओसामा से उम्र में 9 वर्ष बड़ी थी। वह शिक्षक थी और  सूडान में एक स्कूल में बच्चों को पढ़ाती थी। 1983 में इस दोनों की शादी हुई थी। 11 वर्षों के बाद इनमें तलाक हो गया। और वह सूडान में रह गई उससे भी ओसमा के तीन बच्चे हुए। इसकी तीसरी पत्नी खेरिया काफी पढ़ी लिखा और प्रगतिशील मुखर स्वभाव की महिला रही है। आज भी जब अमेरिकी अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं अपनी दोनों शौतनों के साथ सवालों का जवाब दे रही है।

इसकी चौथी पत्नी शाइमन शबर है जो हमेश इसके साथ रहती रही थी। और जब इस एबताबाद में नेवी सील ने रात को हमला किया जब भी वह वहां थी और लादेन की विश्वस्त रही थी। जहां तक इसकी पांचवी पत्नी की बात है उसके बारे में किसी को अधिक जानकारी नहीं है कि अफगानिस्तान की पहाडि़यों में कहां खो गई जिसका नाम तक लोग नहीं जानते। लोगों को इतना पता जरुर था कि वह उसकी रहस्यमय पत्नी थी और कुछ दिनों तक साथ रही थी। छठी और उम्र में सबसे छोटी पत्नी को नाम अमाल अल-सदाह है जिसके पीछे ओसामा छिप गया था जिसकी वजह से अमेरिकी सैनिकों को उसे पैर में गोली मारनी पड़ी।   

जब नेवी सील ने ओसमा पर रात को अचानक हमला किया तो वह अमाल के साथ तीसरी मंजिल पर था। सूचनाएं जिस प्रकार से निकल कर आने लगी हैं उससे पता चलता है कि तीनों बीबियों के लिए उसने एक एक मंजिल की व्यवस्था कर दी थी और उस घर में सुबह से शाम तक उसके कुल मिला कर 17 बच्चे बच्चियों द्वारा शोर और धमा चौकड़ी मचती रहती थी। जिसकी बजह से कोई सोच नहीं सकता था कि विश्व का नम्बर वन आतंकी इस घर में रहता होगा। वैसे भी इस्लाम के कानून के हिसाब से उसकी चार बीवियां आज भी हैं। क्योंकि उसकी सबसे पहली पत्नी नाजबा जो सीरिया की थी औेर उससे बड़ी थी, बिना तलाक लिए ही सीरिया में रह रही है।
राधेश्याम तिवारी
राधेश्याम तिवारी लेखक राधेश्याम तिवारी हिन्दी व अग्रेज़ी के वरिष्ठतम स्तंभकार, पत्रकार व संपादकों में से एक हैं। देश की लगभग सभी पत्र-पत्रिकाओं में आपके लेख निरंतर प्रकाशित होते रहते हैं। फेस एन फैक्ट्स के आप स्थाई स्तंभकार हैं। ये लेख उन्होंने अपने जीवनकाल में हमारे लिए लिखे थे. दुर्भाग्य से वह साल २०१७ में असमय हमारे बीच से चल बसे

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