जनांदोलन से ही आ सकता है देश में बदलाव: अन्ना

जनांदोलन से ही आ सकता है देश में बदलाव: अन्ना जालंधर/अमृतसर: पंजाब के अमृतसर से अपनी 'जनतंत्र यात्रा' शुरू करने वाले समाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रविवार रात यहां पहुंचने के बाद लोगों से देश में ‘संपूर्ण परिवर्तन’ लाने की अपील करते हुए कहा है कि वह देश के नाम पर कसम खाएं कि आगामी चुनावों में रिश्वत लेकर मतदान नहीं करेंगे और साफ सुथरी छवि वाले लोगों को ही चुनकर संसद में भेजेंगे।

अमृतसर से व्यास और कपूरथला होते हुए यहां पहुंचे अन्ना ने स्थानीय देशभगत यादगार हाल परिसर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘आप सबके मन में एक ही बात होनी चाहिए- संपूर्ण परिवर्तन। इसी संपूर्ण परिवर्तन के जरिए हम भ्रष्टाचार मुक्त भारत बना सकते हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो गुंडे हमारे ऊपर राज करते रहेंगे।’

अन्ना ने कहा, ‘भ्रष्ट और दागी नेता संसद में जाने के लिए लोगों को रिश्वत देते हैं और हम सब रिश्वत लेकर उनके पक्ष में मतदान करते हैं। मैं आप सब लोगों से अपील करता हूं कि आज शाम आप भारत माता की कसम खाएं कि आगामी चुनावों में आप रिश्वत लेकर मतदान नहीं करेंगे और केवल साफ सुथरे छवि वाले नेताओं को वोट देकर संसद में भेजेंगे।’

अन्ना ने कहा, ‘जबतक आवाम ऐसा नहीं करेगी तब तक आम आदमी के हक में कानून नहीं बनेंगे इसलिए जरूरी है कि हम केवल अच्छे और बेदाग छवि वाले नेताओं को चुनकर संसद में भेजें क्योंकि जब तक अच्छे लोग संसद में नहीं जाएंगे तब तक ‘संपूर्ण परिवर्तन’ की हमारी कोशिश बेकार होगी।’ उन्होंने कहा कि समाज और देश को भ्रष्टाचारियों के चंगुल से मुक्त करने के लिए संपूर्ण परिवर्तन लाना आवश्यक है।

इससे पहले अन्ना ने अमृतसर से 40 किलोमीटर दूर राया शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ‘जनतंत्र यात्रा’ का एकमात्र उद्देश्य आगामी चुनावों के लिए ईमानदार उम्मीदवार लाना है ताकि आपराधिक एवं भ्रष्ट पृष्ठभूमि वाले अपराधियों को चुनाव से दूर रखा जा सके। इससे पहले 75 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता ने यात्रा शुरू करने से पहले दुर्गयाना मंदिर एवं स्वर्ण मंदिर में पूजा-अर्चना की और जालियांवाला बाग में शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

जलियांवाला बाग के बाहर लोगों के समूह को संबोधित करते हुए हजारे ने कहा कि जन आंदोलन के माध्यम से ही देश में बदलाव लाया जा सकता है। उनके साथ पूर्व सेना प्रमुख वी. के. सिंह भी थे। हजारे ने कहा कि पांच महीने के बाद दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी जनसंसद आयोजित की जाएगी जो इस भ्रष्ट सरकार के भाग्य का फैसला करेगी।

उन्होंने कहा कि ‘जनतंत्र यात्रा’ के बैनर तले 25 सूत्री एजेंडा की मांग के लिए जन रैली का आयोजन किया जा रहा है ताकि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के खिलाफ लोगों का समर्थन हासिल किया जा सके और जन लोकपाल बिल पर हुए धोखे से लोगों को अवगत कराया जा सके।

‘जनतंत्र यात्रा’ के पहले चरण के दौरान पंजाब में वह आठ सार्वजनिक रैलियों को संबोधित करेंगे। अन्ना ने अपनी बीती जिंदगी के बारे में बताया और कहा कि पंजाब हमेशा उनके लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उन्होंने कहा कि 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पंजाब में उन्हें ‘दूसरी जिंदगी’ मिली क्योंकि युद्ध के दौरान वह बाल-बाल बचे थे।

पूर्व सेना प्रमुख वी.के. सिंह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय सेना में अपने कार्यकाल के दौरान पंजाब के लोगों को देखा कि उनमें काफी ऊर्जा है और कठिन परिस्थितियों में सबसे कठिन कार्य कर सकते हैं। सिंह ने पूर्व सैनिकों और समाज के हर तबके के लोगों से सहयोग मांगा ताकि देश की भलाई के लिए बदलाव लाया जा सके।

इसके बाद अन्ना हजारे और सिंह ने अमृतसर से 45 किलोमीटर दूर ब्यास में डेरा बाबा जैमल सिंह का दौरा कर राधा स्वामी संप्रदाय के प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने संप्रदाय के प्रमुख के साथ करीब एक घंटा बिताया। अन्ना हजारे ने संप्रदाय के प्रमुख को अपनी ‘जनतंत्र यात्रा’ के बारे में भी जानकारी दी।
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल