पॉन्टिंग की तरह करियर पर सोचें सचिन : वसीम अकरम
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Dec 12, 2012, 18:16 pm IST
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नई दिल्ली: पूर्व पाकिस्तानी कप्तान वसीम अकरम मानते हैं कि भारतीय चयनकर्ताओं के लिए सचिन तेंदुलकर को संन्यास की सलाह देना मुश्किल काम है। इसलिए सचिन को रिकी पॉन्टिंग की तरह खुद ही अपना मूल्यांकन करना चाहिए। जहां एक ओर तेंदुलकर पर संन्यास का दबाव बढ़ रहा है, वहीं अकरम महसूस करते हैं कि भारतीय क्रिकेट इस वक्त 'नाजुक स्थिति' में है।
अकरम ने कहा कि सवाल ये है कि उनसे ये कौन कहेगा? ये सवाल कौन उठाएगा? आज पूर्व क्रिकेटर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी को लेकर खुल्लमखुल्ला बोल रहे हैं। क्या आप तेंदुलकर के लिए यही कह सकते हैं? सौरव गांगुली जैसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें लगता है कि तेंदुलकर को अब संन्यास ले लेना चाहिए, लेकिन सचिन खुद अगले छह महीनों तक खेलना चाहते हैं। सचिन जैसे महान खिलाड़ी को सलाह देना बहुत मुश्किल काम है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब आपको पॉन्टिंग की तरह खुद का मूल्यांकन करना चाहिए। महान तेज गेंदबाज को यह लगता है कि तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर में हर चीज हासिल कर ली है और अब उन्हें खुद से यह सोचना चाहिए कि वो कब संन्यास लें। अकरम ने कहा कि जब सचिन पहली बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उतरे थे, तब किसी ने नहीं सोचा था, वो एक दिन सौ शतक लगा देंगे और बल्लेबाजी के सभी रिकार्ड तोड़ देंगे। अगर मैं उनकी जगह होता तो खुद से संन्यास ले लेता क्योंकि अब पाने के लिए कुछ नहीं बचा है। अकरम ने कहा कि सचिन पर दबाव बढ़ता जा रहा है और इंग्लैंड के साथ चल रही टेस्ट श्रृंखला में लगातार दो हार ने उनके लिए चीजों को और कठिन बना दिया है। उन्होंने कहा कि जब आपका सबसे अनुभवी बल्लेबाज लगभग दो साल से एक भी टेस्ट शतक ना लगा पाए, तो सवाल उठना लाजमी है। गेंद को स्विंग कराने के लिए मशहूर अकरम ने ये भी कहा कि राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और वी वी एस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों के संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम इस वक्त बदलाव के दौर से गुजर रही है। ये चयनकर्ताओं के लिए बिल्कुल सही समय हैं, जब उन्हें तेंदुलकर से उनकी भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करनी चाहिए। |
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