इस्पात मंत्री का लखनऊ में ग्रामीण डीलर बैठक का उद्घाटन

इस्पात मंत्री का लखनऊ में ग्रामीण डीलर बैठक का उद्घाटन माननीय केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा लखनऊ के होटल ताज विवंता में 19 नवंबर को ‘अखिल भारतीय आर आई एन एल ग्राहक व ग्रामीण डीलर बैठक’ का उद्घाटन करेंगे|  सचिव, इस्पात डी आर एस चौधरी, भा.प्र.से. इस बैठक के सम्मान्य अतिथि रहेंगे|  आर आई एन एल, विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक ए पी चौधरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे|  आर आई एन एल के निदेशक (वाणिज्य) टी के चांद ग्रामीण विपणन पर ध्यान केंद्रित इस बैठक का संचालन करेंगे|  बैठक में आर आई एन एल के प्रमुख ग्राहक,परेषण अभिकर्ता (सी ए)/प्रहस्तन ठेकेदार (एच सी) व देश भर के ग्रामीण डीलर उपस्थित रहेंगे|

इस अवसर पर बेनी प्रसाद वर्मा ‘ग्राहक पोर्टल’का उद्घाटन करेंगे,‘ग्राहकचार्टर’,आर आई एन एल विपणन,खासकर ग्रामीण बाजार से संबंधित पुस्तिकाका विमोचन करेंगेऔर उत्कृष्ट ग्राहकों को पुरस्कार तथा ग्रामीण डीलरों को डीलरशिप प्रमाणपत्र प्रदान करेंगे| श्री वर्मा ने इस्पात मंत्री का कार्यभार ग्रहण करने से लेकर देश के संरचनात्मक विकास पर बल देते हुए ग्रामीण इस्पात विपणन की अत्यधिक सफलता हेतु ध्यान केंद्रित किया|  भारत की ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था का देश के सकल घरेलू उत्पादन में 14 से 15% का योगदान होता है|  वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिव्यक्ति इस्पात खपत 10% है|  बहरहाल, ग्रामीण भारत में इस्पात की खपत की अधिक संभावनाएँ हैं|  वाइजाग स्टील,जो‘गुणवत्ता व ग्राहक सेवा’के रूप में जाना जाता है, देश के लंबे उत्पाद बाजार में लगभग 10% की हिस्सेदारी के साथ अग्रणी है और अब भारत के ग्रामीण बाजार में अग्रसर है|

आर आई एन एल सरकार द्वारा संचालित देश की दूसरी सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक ‘नवरत्न’ कंपनी है और इसने ग्रामीण बाजार में सुधार तथा देश में इस्पात की खपत बढ़ाने के लिए कई उपाय किये हैं|  ग्रामीण क्षेत्र में खपत बढ़ाने हेतु अपनी नीतियों को मूर्त रुप देने के क्रम में आर आई एन एल ने जिला व ब्लॉक स्तर पर अब तक 538 ग्रामीण डीलरों को नियुक्त किया है|  आर आई एन एल ने इस वित्तीय वर्ष में 1000 डीलरोँ को नियुक्त करने की योजना बनाई है|

विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र के नाम से ख्यातिप्राप्त राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड, 15000 करोड़ रुपये का कारोबार करते हुए अभी 12500 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से अपनी क्षमता को प्रतिवर्ष 6.3 मिलियन टन तक बढ़ाने में लगा हुआ है तथा पूरे देश में विपणन तंत्र स्थापित किया हुआ है और यह ग्राहकों का ‘पसंदीदा इस्पात उत्पादक’ है|  अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि के साथ-साथ आर आई एन एल ने पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा सक्षमता, उत्पादकता आदि में सुधार हेतु अत्याधुनिक तकनी

वर्ष 2013 तक क्षमता को प्रतिवर्ष 7.3 मिलियन टन तक बढ़ाने हेतु मौजूदा इकाइयों के पुनरोद्धार व आधुनिकीकरण तथा एक अतिरिक्त कन्वर्टर और एक कॉस्टर स्थापित करने के लिए अतिरिक्त 7000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है|  राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड ने प्रतिवर्ष 11-12 मिलियन टन तक क्षमता विस्तार के अगले चरण का कार्य आरंभ कर दिया, जिसके तहत अनुमान है कि राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के उत्पादोंमें फ्लैट उत्पादों के साथ-साथ सी आर जी ओ & सी आर एन ओ इलैक्ट्रिकल इस्पात, सीमलेस ट्यूब मिल तथा बड़े संरचना शामिल होंगे|

राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के पास 20000 एकड़ की भू-संपदा तथा उत्कृष्ट मूलसंरचना & लॉजिस्टिक और श्रेष्ठतम कार्य-संस्कृति वाला अत्यंत कौशलपूर्ण कार्यबल है, जिसके बदौलत 2023 तक क्षमता को प्रतिवर्ष 20 मिलियन टन तक बढ़ाया जा सकता है, तब यह विशाखपट्टणम में एक ही जगह पर स्थापित सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक बनेगा|
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