चीन का भारत से व्यापार संतुलन पर जोर
जनता जनार्दन डेस्क ,
Nov 19, 2012, 15:19 pm IST
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नोम पेन्ह: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात के दौरान उनके चीनी समकक्ष वेन जियाबाओ ने कहा कि उनका देश भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार को संतुलित बनाने की भारतीय चिंताओं से अवगत है और इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
मनमोहन और जियाबाओ यहां मंगलवार से शुरू हो रहे सातवें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे हैं। मनमोहन सिंह 18 से 20 नवम्बर तक होने वाले 10वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा ले रहे हैं। मनमोहन और जियाबाओ की सोमवार को अकेले में लगभग 45 मिनट तक वार्ता हुई। दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय व द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों प्रधानमंत्रियों की यह सम्भवत: आखिरी आधिकारिक मुलाकात थी, क्योंकि चीन में सत्ता की कमान सम्भालने के लिए नया नेतृत्व तैयार हो गया है और इसलिए जियाबाओ को पद छोड़ेंगे। जियाबाओ से वार्ता के दौरान मनमोहन सिंह ने चीन के बाजारों, खासकर सूचना प्रौद्योगिकी, सेवा तथा फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारतीय बाजार की पहुंच बढ़ाने के मुद्दे उठाए। दोनों प्रधानमंत्रियों की वार्ता के बाद विदेश सचिव रंजन मथाई ने संवाददाताओं से कहा कि मनमोहन सिंह ने बाजार में व्यापक पहुंच तथा चीन में भारतीय निर्यात बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। जियाबाओ ने कहा कि वह भारत के साथ व्यापार संतुलन बनाने की भारतीय चिंताओं से अवगत हैं और यह धीरे-धीरे किया जाएगा। मथाई ने कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों की वार्ता में हालांकि दक्षिणी चीन सागर के लिए आचार संहिता का मुद्दा नहीं उठा, लेकिन भारत दक्षिणी चीन सागर में ऐसी संहिता का समर्थन करता है, ताकि इसे सहयोग का क्षेत्र बनाया जा सके। |
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