'राहुल बनें लोकसभा के नेता'
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jul 26, 2012, 18:16 pm IST
Keywords: Congress Mock crisis Pranab Mukherjee president within 24 hours Rahul Gandhi handing over the responsibility Congress Sugbugaht faster कांग्रेस संकट मोचक प्रणव मुखर्जी राष्ट्रपति भवन 24 घंटे के भीतर राहुल गांधी बड़ी जिम्मेवारी सौंपने कांग्रेस में सुगबुगाहट तेज
नई दिल्ली: कांग्रेस के संकट मोचक प्रणव मुखर्जी के राष्ट्रपति भवन पहुंचने के 24 घंटे के भीतर राहुल गांधी को बड़ी जिम्मेवारी सौंपने को लेकर कांग्रेस में सुगबुगाहट तेज होती दिख रही है। पार्टी के दस सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक संयुक्त पक्ष लिख कर राहुल गांधी को लोक सभा का नया नेता बनाये जाने की मांग की है।
अब तक इस पद पर प्रणव मुखर्जी काबिज थे। आम तौर पर सदन का नेता प्रधान मंत्री होता है लेकिन डा.मनमोहन सिंह के राज्य सभा के सदस्य होने के कारण श्री मुखर्जी सदन के नेता थे। उनके राष्ट्रपति बनाये जाने के बाद यह पद खाली हो गया है। उडीसा से कांग्रेस के सांसद भक्त चरण दास ने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में समय का जरुरत का हवाला देते हुए राहुल गांधी को सदन का नया नेता बनाये जाने की मांग की है। हालांकि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने दबे स्वर से कहा कि ऐसा हुआ तो कांग्रेस के लिए घातक होगा। उन्होंने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश, बिहार, गोवा और पंजाब विधान सभा चुनावों में जिसमें राहुल ने पूरी ताकत झोंक दी थी में , यदि कांग्रेस ने कुछ अच्छा किया होता तो उन्हें सदन का नेता सरीखा महत्वपूर्ण पद सौंपा जा सकता था। अब जबकि मौजूदा लोक सभा का कार्यकाल वमुश्किल दो साल रह गया है ऐसे में उन्हें सदन का नेता पद सौंपना उचित नहीं होगा। इस पद के लिए बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे के नाम की चर्चा है। श्री शिंदे संदन में दलित समुदाय का प्रतिनिधत्व करते हैं। सोनिया गांधी को लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में प्रताप सिंह बाजवा, फ्रांसिस सरदाना ,पी.सी. चाको, संजय निरुपम, रविंद शर्मा , मदनलाल शर्मा, मौसम नूर और रानी नाराह शामिल हैं। गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के लिए मतदान के मौके पर राहुल गांधी ने पार्टी और सरकार में बड़ी भूमिका निभाने के प्रति अपनी सहमति जाहिर करते हुए कहा था कि इस बारे में हमारी भूमिका तय करना दोनों बासों पर निर्भर करता है। उनका इशारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तरफ था। राहुल अमेठी से दूसरी दफा सांसद हैं। इससे पहले कानून मंत्री सलमान खुर्शीद , विदेश मंत्री एस.एमय कृष्णा और दग्विजय सिंह ने भी राहुल गांधी को बड़ी जिम्मेवारी देने की वकालत की थी। उधर, पार्टी सूत्रों से मिल रही जानाकारी के अनुसार राहुल को सरकार में शामिल किया जा सकता है। बीते एक साल में विभिन्न कारणो से केंद्र के तीन मंत्रियों को सरकार से इस्तीफा देने पड़ा है। उनमें संचार मंत्री ए.राजा, लघु उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह , दयानिधि मारन और शशि थरुर शामिल हैं। एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री के अनुसार 8 अगस्त से संसद के शुरु हो रहे वर्षाकालीन सत्र से पहले मंत्रिमंडल के प्रस्तावित विस्तार में राहुल को मंत्री बनाया जा सकता है। उन्हें मानव संसाधन विकास मामलों के मंत्रालय की जिम्मेवारी दिए जाने की संभावना है। हालांकि पार्टी महासचिव दग्विजय सिंह ने कहा है कि उनकी राय में राहुल को पार्टी मे बड़ी जिम्मेवारी सौपी जानी चाहिए। मसलन उन्हें पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए।
राजीव रंजन नाग
लेखक राजीव रंजन नाग जानेमाने पत्रकार हैं. पत्रकारिता के अपने लम्बे कैरियर में तमाम विषयों पर लिखा और कई राष्ट्रीय दैनिकों को अपनी सेवाएँ दी. वह मान्यता प्राप्त पत्रकारों के संगठन 'प्रेस एसोसिएशन' के वरिष्ठ पदाधिकारी होने के साथ-साथ प्रेस काउन्सिल ऑफ़ इंडिया के सदस्य भी हैं.
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