खिताब की रक्षा करने उतरेगा स्पेन

खिताब की रक्षा करने उतरेगा स्पेन कीव: मौजूदा यूरोपीय और विश्व चैम्पियन स्पेनिश टीम यूरो कप-2012 के फाइनल मुकाबले रविवार को इटली से भिड़ेगी। दोनों टीमें ग्रुप स्तर के मुकाबले में एक बार भिड़ चुकी हैं, और वह मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा था। ऐसे में दोनों टीमों के बीच एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है। स्पेन ने इस टूर्नामेंट पर अब तक दो बार कब्जा किया है। उसने पहली बार वर्ष 1964 में जबकि दूसरी बार 2008 में इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया था। इटली ने इस टूर्नामेंट को एक बार अपने नाम किया है। वर्ष 1968 में इटली ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को जीता था। इटली की टीम वर्ष 2000 में उप विजेता रही थी।

ऐसे में 12 वर्ष बाद इटली की टीम फाइनल में पहुंची है और उसकी नजरें 44 वर्ष के खिताबी सूखे को खत्म करने की होगी। स्पेन ने सेमीफाइनल मुकाबले में पेनल्टी शूटआउट के जरिए पुर्तगाल को 4-2 से पराजित कर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया है जबकि इटली ने जर्मनी को 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई है।

विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज स्पेनिश टीम यदि इस टूर्नामेंट को जीतने में सफल रहती है तो वह जर्मनी के तीन यूरो खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी। स्पेन वर्ष 1984 में उप विजेता रहा था।

स्पेन और इटली की टीमें अब तक 30 मैचों में आमने-सामने हुई हैं जिनमें से स्पेन को आठ मैचों में जीत मिली है जबकि 12 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं वहीं 10 मुकाबलों में स्पेन को शिकस्त झेलनी पड़ी है। स्पेन ने जो आठ मैच जीते हैं उनमें से सात जीत उसने दोस्ताना मुकाबले में दर्ज किए हैं।

स्पेन को फर्नांडो टॉरेस, सेस्क फैब्रेगास और जाबी अलोंसो से काफी उम्मीदे होंगी जिन्होंने मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक दो-दो गोल किए हैं। इटली के मारियो बालोटेली पर सबकी निगाहें होंगी जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में जर्मनी के खिलाफ जीत के हीरो रहे थे। उन्होंने इस मुकाबले में दो गोल किए थे।
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