पहलगाम से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालु रवाना

पहलगाम से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालु रवाना श्रीनगर: अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था पहलगाम से रवाना हो गया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन एन एन वोरा आज पवित्र गुफा में पूजा कर इसकी औपचारिक शुरुआत करेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पहलगाम और बालटाल दोनों ही रास्तों पर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

दरअसल भगवान भोले की जय जयकार और कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ यात्रा शुरू हो चुकी है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने पहलगाम और बालटाल से पवित्र गुफा तक की यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। श्राइन बोर्ड के मुताबिक पहलगाम और बालटाल से पवित्र गुफा को जाने वाले दोनों रास्तों पर जमी बर्फ पूरी तरह से हटा ली गई है। जम्मू-कश्मीर के गवर्नर एन एन वोरा जो कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन भी हैं, आज पवित्र गुफा में पूजा कर यात्रा की औपचारिक शुरुआत करेंगे।

रविवार को जम्मू से रवाना हुआ श्रद्धालुओं का पहला जत्था देर शाम को पहलगाम पहुंच गया। इस जत्थे में शामिल 2294 लोग आज पवित्र गुफा के दर्शन करेंगे। इसमें 1469 पुरुष, 476 महिलाएं, 108 बच्चे और 241 साधु हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए ये वो भक्त हैं, जो इस साल सबसे पहले बाबा बर्फानी के दर्शन में शामिल होंगे। पहले प्रशासन जहां श्रद्धालुओं को यात्रा शुरू होने से दो हफ्ते पहले ही गुफा की ओर जाने की इजाजत दे देता था। लेकिन इस साल खराब मौसम को देखते हुए किसी को भी यात्रा शुरू होने से पहले पवित्र गुफा की ओर जाने की मंजूरी नहीं दी गई जिसकी वजह से रास्ते से बर्फ हटाने में देरी हुई है।

शनिवार से रुक रुक हो रही बारिश की वजह से पहलगाम और बालटाल दोनों ही रास्तों में यात्रा पर असर पड़ने की आशंका है। ऐसे में श्राइन बोर्ड ने नुनवान और बालटाल बेस कैंप में यात्रा कंट्रोल रूम बनाए गए हैं और श्रद्धालुओं को गुफा की ओर जाने की इजाजत तभी मिलेगी जब यहां से सही मौसम के बारे में जानकारी होगी। इसके अलावा दोनों ही बेस कैंप के साथ-साथ बीच-बीच में लंगर की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए इस बार सीसीटीवी कैमरे और एक्सरे मशीन लगाई गई हैं।

इसके अलावा दोनों ही रास्तों पर जगह जगह बैरिकेड्स और चेक प्वॉइंट्स बनाए गए हैं ताकि केवल रजिस्टर्ड श्रद्धालु ही पवित्र गुफा की तरफ जाएं। पिछले साल यात्रा के दौरान 110 श्रद्धालुओं की मौत के मद्देनजर इस साल श्रद्धालुओं को मेडिकल सर्टिफिकेट रखना जरूरी कर दिया गया है।

गौरतलब है कि समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा के लिए दो रास्ते हैं। एक रास्ता श्रीनगर से लगभग 100 किलोमीटर दूर पहलगाम से है, और दूसरा श्रीनगर से 110 किलोमीटर दूर बालटाल से है। पहलगाम से गुफा का मार्ग पारंपरिक है और ये 45 किलोमीटर लंबा है, जबकि बालटाल से गुफा का रास्ता काफी छोटा है, यही वजह है कि गुफा तक जाने के लिए ज्यादातर श्रद्धालु इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए अब तक साढ़े तीन लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाए हैं। 39 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा दो अगस्त को रक्षा बंधन के दिन खत्म होगी।
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