चर्चित लेखक
  • खबरें
  • लेख
डॉ शम्भुनाथ सिंह की 27वीं पुण्यतिथि पर गोष्ठी, सम्मान और काव्यांजलि जनता जनार्दन संवाददाता ,  Sep 06, 2018
हिंदी साहित्य में नवगीत को महत्त्वपूर्ण स्थान दिलाने में डॉक्टर शम्भुनाथ सिंह की बेहद खास भूमिका रही, इसीलिए उन्हें नवगीत का शिखर पुरूष माना जाता है. उन्होंने ही सर्वप्रथम 1954-55 में इलाहाबाद में परिमल की गोष्ठी में नवगीत शब्द का प्रयोग किया था जो आज एक विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुका है. ....  समाचार पढ़ें
 इस्मत चुग़ताई की याद में गूगल ने बनाया डूडल, पर क्या वाकई उनका जन्मदिन आज है? जनता जनार्दन संवाददाता ,  Aug 21, 2018
उर्दू की मशहूर और सबसे विवादित लेखिकाओं में शुमार इस्मत चुग़ताई के 107वें जन्मदिन पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें याद किया है. कुछ लोग मानते हैं कि उनका जन्म 15 अगस्त, 1915 को हुआ था. पता नहीं कब और कैसे यह 21 अगस्त हो गया. इस्मत चुग़ताई का 107वां जन्मदिन नाम का टाइटल देकर गूगल ने बिंदास और बोल्ड लेखनी के लिए मशहूर 'इस्मत आपा' को श्रद्धांजलि दी है. ....  समाचार पढ़ें
गूगल ने महादेवी वर्मा को समर्पित किया डूडल, आज के दिन ही मिला था उन्हें ज्ञानपीठ जनता जनार्दन संवाददाता ,  Apr 27, 2018
सर्च इंजन गूगल आज स्वतंत्रता सेनानी, मशहूर हिंदी कवयित्री, महिला अधिकारों की कार्यकर्ता और समाजसेवी महादेवी वर्मा को विशेष डूडल बनाकर याद कर रहा है. इस दिन महादेवी वर्मा को भारतीय साहित्य में अतुलनीय योगदान के लिए 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था. आज गूगल ने इसी यादगार दिन को फिर से याद किया है. ....  समाचार पढ़ें
रवीन्द्रनाथ त्यागी स्मृति सम्मान 2018: डाॅ. शेरजंग गर्ग को शीर्ष सम्मान, डॉ लालित्य ललित को सोपान सम्मान जनता जनार्दन संवाददाता ,  Apr 09, 2018
प्रख्यात साहित्यकार श्रीमती चित्रा मुद्गल की अध्यक्षता में 7 अप्रैल को रवीन्द्रनाथ त्यागी स्मृति सम्मान निर्णायक- समिति की बैठक हुई। बैठक में निर्णायक समिति के सदस्य डॉ कमलकिशोर गोयनका, डॉ प्रताप सहगल, डॉ हरीश नवल, डॉ प्रेम जनमेजय तथा श्रीमती शारदा एवं श्रीमती इंदु त्यागी, फोन पर, चर्चा के लिए उपस्थित थे। दो घंटे चली इस बैठक में खुली चर्चा हुई। बैठक में सर्व सम्मति से डॉ शेरजंग गर्ग को शीर्ष सम्मान एवं डॉ लालित्य ललित को सोपान सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। ....  समाचार पढ़ें
नोबेल पुरस्कार विजेता गेब्रियल गार्सिया मारक्वेज की 91वीं जयंती पर गूगल ने बनाया डूडल जनता जनार्दन संवाददाता ,  Mar 06, 2018
आज कोलंबियन मूल के महान लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता गेब्रियल गार्सिया की 91 वीं जयंती है. गूगल ने लेखन की कृतियों के प्रति सम्मान जताते हुए आज का डूडल उन्हें समर्पित किया है. 6 मार्च, 1927 को कोलंबिया में जन्मे गेब्रियल को उनके प्रशंसक गैबो के नाम से भी पुकारते हैं. ....  समाचार पढ़ें
वर्जिनिया वुल्फ का 136वां जन्मदिनः गूगल ने डूडल बनाकर किया याद अजय पुंज ,  Jan 25, 2018
गूगल ने अंग्रेजी उपन्यासकार वर्जिनिया वुल्फ को उनके 136 वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर याद किया.वर्जिनिया वुल्फ २०वीं सदी की एक प्रतिभाशाली अंग्रेजी साहित्यकार और निबंधकार थीं. ए रूम ऑफ वन्स ओन की लेखिका वर्जिनिया वुल्फ प्रसिद्ध लेखिका, आलोचक और पर्वतारोही पिता सर स्टीफन और मां जूलिया स्टीफन की बेटी थीं. एडलीन वर्जिनिया वुल्फ का जन्म 25 जनवरी 1882 को हुआ था. ....  समाचार पढ़ें
गूगल ने महाश्वेता देवी के 92वें जन्मदिन पर बनाया डूडल अजय पुंज ,  Jan 14, 2018
सर्च इंजन गूगल ने आज अपना डूडल बांग्ला लेखिका महाश्वेता देवी को समर्पित किया है. गूगल ने महाश्वेता देवी का 92वां जन्मदिन शीर्षक से डूडल बनाया है. महाश्वेता देवी का जन्म 1926 में ढाका में हुआ. उनके पिता मनीष घटक जाने माने कवि और उपन्यासकार थे. वे कल्लोल आंदोलन से भी जुड़े हुए थे. वे फिल्ममेकर रित्विक घट के भाई थे. ....  समाचार पढ़ें
कन्नड के प्रथम ज्ञानपीठ विजेता रचनाकार कुवेम्पु की 113वीं जयंती पर गूगल ने बनाया डूडल जनता जनार्दन संवाददाता ,  Dec 29, 2017
कन्नड भाषा के मशहूर रचनाकार कवि कुवेम्पु को आज सर्च इंजन गूगल ने अपने होम पेज पर जगह दी है. कवि कुवेम्पु कन्नड साहित्य को नयी उंचाइयों पर पहुंचाने के लिए जाने जाते हैं. कुवेम्पु प्रकृति के रचनाकार हैं और उनकी कविताओं में प्रकृति की अनुपम सुंदरता देखने को मिलती है. आज 20वीं सदी के इस कवि की 113वीं जयंती है. गूगल ने डूडल बनाकर इन्हें श्रद्धांजलि दी है. ....  समाचार पढ़ें
गूगल ने मशहूर शायर मिर्जा गालिब की 220वीं जयंती पर बनाया डूडल जनता जनार्दन संवाददाता ,  Dec 27, 2017
गूगल ने मशहूर शायर मिर्जा गालिब के 220वीं जयंती पर उन्हें अपना डूडल समर्पित किया है. गूगल ने मिर्जा गालिब की 220वीं जयंती शीर्षक से अपना डूडल बनाया. मिर्जा गालिब को आम आदमी का शायर भी कहा जाता है क्योंकि हम रोजाना की जिंदगी में कई ऐसे बातें और शेर बोल जाते हैं जो हमें उन्हीं की देन हैं. ....  समाचार पढ़ें
गुगल डूडल बना कर मना रहा सैमुएल जॉनसन का 308वां जन्मदिन जनता जनार्दन संवाददाता ,  Sep 18, 2017
सर्च इंजन गूगल ने आज किताबों वाला एक डूडल बनाया है, वह भी एक अंग्रेजी लेखक के नाम पर. आज से 308 वर्ष पूर्व एक महान हस्‍ती ने जन्‍म लिया था जिसका नाम था सैमुएल जॉनसन. इनकी वजह से ही न केवल अंग्रेज बल्कि दुनिया भर के अंग्रेजी भाषी लोग अंग्रजी को बोल व समझ पाते है. दरअसल इन्‍होंने विश्‍व को अंग्रेजी के शब्‍दकोष दिए जिसके वजह से हम देश विदेश में आसानी से सुचनाओं का आदान-प्रदान कर पाते है. ....  समाचार पढ़ें
रिश्ता बनारस से बुनकर का माइटी इक़बाल  ,  Sep 27, 2020
चलते चलते यह भी कहता चलूं की प्रदेश सरकार के मुखिया बुनकर हित मे बिजली की या अन्य जो भी योजना लाएं,यह तय तो होना ही चाहिए कि इसका लाभ उन गरीब बुनकरों को प्राप्त हो जो रोज कमाने खाने वाले बुनकर हैं ,या जो बुनकर दो एक पावर लूम चला कर अपना धंधा करते है ना कि उन अ ....  लेख पढ़ें
बी.एच.यू मेरी साँसों में बसता है डॉ महबूब हसन ,  Jun 01, 2020
अज़ीज़ दोस्तों! बी.एच.यू. मेरे लिए हसीन यादों का एक बेश-किमती एल्बम है..कोलाज़ है, जिस में ज़िन्दगी के सारे रंग मौजूद हैं। बी.एच.यू. मेरी साँसों में बसता है! मेरे दिल की धड़कनों में शामिल है। बी.एच.यू. मेरी मुहब्बत है, मेरा इश्क़ है, मेरा जुनून है। ऐसा इश्क़ जिस ने मुझेख़ुशी व कामयाबी की नई न ....  लेख पढ़ें
ऐसा देश है मेरा: डॉ महबूब हसन ने क्या खूब लिखा   Desk JJ ,  Apr 24, 2020
ज़रा गौर से इन तस्वीरों को देखिए। इन तस्वीरों में हज़ारों बरस की मिली जुली आपसी तहज़ीब, संस्कृति, भाईचारा और प्रेम की एक लंबी दास्तान सिमट आई है। इसे गंगा जमुनी तहजीब भी कहते हैं। यहां की मिट्टी और कण कण में ये खुशबु रची बसी है। हिंदुस्तानी समाज का ताना बाना प्रेम और सौहार्द के धागों से ही तैयार हुआ है। हमने पूरी दुनियाँ को विश्व बंधुत्व और वसुधैव कुटुम्बकम का जैसा प्यारा संदेश दिया। होली, ईद, दशहरा, दीवाली और मोहर्रम जैसे त्योहार इस धागे को और मजबूत करते हैं। अनेकता में एकता की ऐसी खूबसूरत मिसाल पूरी दुनिया में कहीं भी नज़र नहीं आती। यहां हज़ारों भाषाएं और बोलियों में देश की एकता और अखण्डता के सुरीले गीत बजते हैं। संतों, सन्यासियों और फकीरों ने अपने पैगाम के जरिए इंसानियत और धार्मिक सौहार्द के दीप जलाए। प्रकृति ने भी सुंदर पहाड़ियों, ....  लेख पढ़ें
साहित्यकार भी, समाजसेवी भी और सबसे बढ़कर मां: महाश्वेता देवी जनता जनार्दन संवाददाता ,  Jan 14, 2019
आज महाश्वेता का जन्मदिन है. अगर वह जिंदा होतीं, तो 93 की होतीं. अपने नाम की ही तरह साफ, उजली और सफ्फ़ाक. उन्होंने ताउम्र लेखन व संघर्ष उनके लिए किया जो जूझ रहे थे अपनी पहचान के लिए. इसीलिए वह बड़ी साहित्यकार थीं. शिक्षक भी समाजसेवी भी. किसी एक खांचे में उन्हें अलग करना मुश्किल है. वह मां थी, एक दो की नहीं हजार चौरासी की मां... अनगिनत की मां. ....  लेख पढ़ें
वाजपेयी ने मौत की आंखों में झांककर लिखी थी कविताएं जनता जनार्दन डेस्क ,  Aug 17, 2018
पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी जितने राजनेता के रूप में सराहे गए उससे कहीं ज्यादा अपनी कविताओं के लिए चर्चित रहे। वाजपेयी ने कई दफे अभिव्यक्ति के लिए कविता को माध्यम बनाया। वर्ष 1988 में जब वह किडनी के इलाज के लिए अमेरिका गए तो प्रसिद्ध साहित्यकार धर्मवीर भारती को पत्र लिखा। ....  लेख पढ़ें
ऐसे थे कवि अटलः 'रार नहीं मानूंगा' कहने वाले की जब 'मौत से ठन गई' जनता जनार्दन संवाददाता ,  Aug 16, 2018
अटल जी बेहद जिंदादिल इनसान थे. ऊंचाई पर पहुंचकर भी गर्व ने उन्हें नहीं छुआ था. अटल बिहारी वाजपेयी अगर राजनेता और भारत के प्रधानमंत्री न भी होते तो भी एक कवि, पत्रकार और हिंदी सेवी के रूप में देश की अनन्य सेवा करने के लिए जाने-पहचाने जाते. अटल जी एक राजनेता के साथ ही बेहतरीन वक्ता और कवि के तौर पर पूरे देश में चर्चित रहे. ....  लेख पढ़ें
किस्सा-ए-बैरागी जी! गौरव अवस्थी की श्रद्धांजलि गौरव अवस्थी ,  May 14, 2018
देश के सुप्रतिष्ठित कवि और उससे भी अधिक हंसमुख एवं सभी के सहयोग में तत्पर रहने वाले सरलता से हमेशा लबरेज रहने वाले आदरणीय बालकवि बैरागी जी हमारे पिता की तरह थे. जो स्नेह हमें अपने पिता से मिला वही बैरागी जी से भी लगातार मिलता रहा. ऐसे स्नेहिल स्वभाव के बैरागी जी से जुड़ा यह किस्सा डॉ शिवमंगल सिंह सुमन के मुंह से कभी बाल्यकाल में सुना था. ....  लेख पढ़ें
सर मार्क टुली: पत्रकारिता से कथा लेखन की ओर साकेत सुमन ,  Nov 10, 2017
अधिकांश भारतीयों से भी ज्यादा भारतीय परिवेश में रचे-बसे सर मार्क टुली का लालन-पालन भले ही अंग्रेजियत के साथ हुआ, लेकिन उनको भारत से लगाव बचपन से ही रहा है। जीवन के अस्सी से ज्यादा वसंत देख चुके जानेमाने ब्रॉडकास्टर व लेखक कभी पादरी बनने की आकांक्षा रखते थे और इसके लिए उन्होंने धर्मशास्त्र में डिग्री भी हासिल की। लेकिन बाद में घटनाक्रम कुछ ऐसा बदला उन्हें भारत वापस लौटना पड़ा। ....  लेख पढ़ें
भक्तिधारा के महान कवि गोस्वामी तुलसीदास: 30 जुलाई, जयंती विशेष मृत्युंजय दीक्षित ,  Jul 30, 2017
हिंदी साहित्य के महान कवि संत तुलसीदास का जन्म संवत 1956 की श्रावण शुक्ल सप्तमी के दिन अभुक्तमूल नक्षत्र में हुआ था। इनके पिता का नाम आत्मा रामदुबे व माता का नाम हुलसी था। जन्म के समय तुलसीदास रोये नहीं थे अपितु उनके मुंह से राम शब्द निकला था। साथ ही उनके मुख में 32 दांत थे। ऐसे अद्भुत बालक को देखकर माता- पिता बहुत चिंतित हो गए। ....  लेख पढ़ें
लियो शियाओबो और लियो शिआ: एक नोबेल पुरस्कार विजेता के मोहब्बत और संघर्ष की दास्तां जनता जनार्दन डेस्क ,  Jul 11, 2017
चीन के नोबेल पुरस्कार विजेता लियो शियाओबो ने अपने देश में राजनीतिक बदलाव की मांग के लिए कई साल जेल में गुज़ार दिए। लियो शियाओबो उस समय न्यूयॉर्क में थे। जब उन्होंने पहली बार तियानानमेन स्क्वेयर से लोकतंत्र की मांग वाले किसी विरोध प्रदर्शन के बारे में सुना। इसके बाद शियाओबो ने इस प्रदर्शन में खुलकर भाग लिया। कहानी एक गुरु-शिष्य के प्यार की। ....  लेख पढ़ें
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल